भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन के अपहृत पदाधिकारी मनीराम पाल को मुक्त कराने के लिए तीन राज्यों की पुलिस ने बीहड़ की जबरदस्त घेराबंदी की है। राजस्थान पुलिस ने मध्य प्रदेश और आगरा से लगी अपनी सीमा को सील कर दिया है। बीहड़ और आसपास के गांवों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। डाकुओं की छानबीन हो रही है। वहीं मध्यप्रदेश पुलिस भी पूरी जांच में लगी है।
राजस्थान और यूपी से लगने वाले बीहड़ को चारों ओर से घेरकर कॉम्बिंग की जा रही है, जिससे गिरोह पर पकड़ छोड़ने का दबाव बनाया जा सके। आगरा पुलिस की टीमें रविवार से ही मप्र और धौलपुर के बीहड़ में डेरा डाले है। आगरा पुलिस वहां की पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चला रही है।
एसटीएफ ने खंगाली बीहड़ के गिरोहों की लोकेशन
संघ से जुड़े पदाधिकारी का अपहरण करने वाले गिरोह का पता लगाने के लिए यूपी की एसटीएफ भी जुट गई है। उसने बीहड़ में सक्रिय गिरोहों और उनकी लोकेशन खंगालनी शुरू कर दी है। इसमें पुराने गिरोह के अलावा नए गिरोह भी शामिल हैं।
पड़ोसी जिले के शातिर पर शक
पुलिस के शक की सुई पड़ोसी जिले के एक शातिर पर भी है। उसके बारे में छानबीन की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि पकड़ को बीहड़ में गिरोह तक पहुंचाने का काम उसी ने किया। धौलपुर और चम्बल मप्र के बीहड़ में नए उभरे गिरोहों से उसके तार जोड़कर देखे जा रहे हैं। अपहरण के बाद जिस तरह से फिरौती का फोन किया गया, इससे माना जा रहा है कि बदमाशों ने सब कुछ पहले से तय योजना के तहत किया।
नहीं आया आज कोई फोन
रविवार तड़के अपहरण के दो घंटे बाद ही बदमाशों ने बीस लाख की फिरौती का फोन कर दिया था। किंतु सोमवार को बदमाशों ने एक भी फोन नहीं किया।
दहशत से मार्निग वॉक पर नहीं गए लोग
आगरा में कमला नगर में रविवार तड़के हुई इस घटना से लोग दहशत में हैं। सोमवार को तड़के इसका प्रभाव दिखा, कॉलोनी के अधिकांश उद्योगपति मार्निग वॉक पर नहीं गए। पार्क पहुंचने वालों की संख्या भी रोज के मुकाबले काफी कम थी।