भोपाल। गत मंगलवार को हुई एक पुलिस कार्रवाई के दौरान शाजापुर जिले के ग्राम धानाना के मुनीम खां को गौंमांस तस्करी का आरोपी बनाया गया है। इस कार्रवाई के बाद तमाम गांववाले मुनीम खां के समर्थन में उतर आए और उन्होंने एसपी को ज्ञापन सौंपकर पुलिस कार्रवाई को फर्जी करार देते हुए न्याय की मांग की। ना मिलने पर चक्काजाम और आत्मदाह तक की धमकी दी है। आक्रोशित ग्रामीणों ने हिन्दुओं की संख्या सर्वाधिक है।
भोपालसमाचार.कॉम के समाचार मित्र आशीष खन्ना द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार:-
पिछले मंगलवार को शाजपुर जिले के ग्राम दुपाडा में 10—12 बोरो में गोमांस भरे होने की शिकायत ग्रामीणो ने कि थी, लेकिन पुलिस को वहां से गाडी नही मिली थी। अवन्तीपुर बडोदिया टीआई और आगर एसडीओपी ने अकोदिया थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम धानाना के मुनिम खां की गाडी उक्त गोमांस में परिवहन के लिए दर्शाया है जो कि सरासर गलत है इस सम्बन्ध में ग्राम अमलावती व धनाना के सैकडों ग्रामीणों ने एसपी शाजापुर को एक आवेदन दिया और पुलिस द्वारा बेगुनाह लोगो पर जबरन आरोप लगाने की बात कही।
ग्रामीणो का कहना था कि आगर एसडीओपी ग्राम अमलावती पहुंची व ग्रामीणों व सरपंच से कहा कि यह गाडी एक्सीडेंट में ट्रेस है इसे एक्सपर्ट को बताना होगी यह गाडी हम इसे बडोदिया थाने ले जाते है जहां से आप कल यह गाडी वापस ले जाना, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि जब वह थाने पहुंचे तो कुछ पुलिस वाले उस गाडी से खून लगा रहे थे तथा उन्हे बताया गया कि आपकी गाडी से गोमांस का परिवहन किया जाता है जबकि ग्रामीणों व सरपंच ने कहा कि सैकडों किसान के सामने हमने गाडी एसडीओपी के सुपर्द कि थी तब इसमे खुन नही लगा था पुलिस वालों ने थाने लाने के बाद इसमें खून लगाया है।
इस मामले ग्रामीणों का गुस्सा फूट रहा है व उन्होने चक्काजाम करने कि चेतावनी दी है वहीं मुनीम खां व सरपंच ने कहा है कि अगर इसकी उचित जांच नही हुई तो हम विधानसभा के सामने आत्मदाह करेगें तथा दोनो गांव से करीब 2000 हजार लोग विधानसभा का घेराव करेगें। ग्रामीणो का कहना है म.प्र प्रदेश का प्रशासन इतना गिर सकता है कि किसी पर भी कुछ भी आरोप लगा दिये जाते है।
