मंदसौर(उमेश नेक्स)। रविवार को एक चौकानें वाला कारनामा सामने आया जब जिला अस्पताल में नारायणगढ तहसील के गांव बड़कुंआ निवासी रीना पति राजु राठौर अपनी डिलेवरी करवाने यहा यह सोच कर आई कि शासन की योजनाओ का उसे लाभ मिलेगा मगर यहां उसके साथ वह सब कुछ हुआ जो भगवान भी नही कर सकता कि बच्चा पैदा हुआ तब लड़का था और आईसीयु में जाने के 4 दिन बाद उसका लिंग परिर्वतन हो गया और वो लड़के से लड़की हो गया...?
यह सब कुछ हुआ रीना और उसके परीवार के साथ...। सिविल सर्जन डा एस.एस.वर्मा व उसके स्टाफ की लापरवाही की सजा एक मां और उसके परिवार को मिली...? किसी को समझ में नही आ रहा है कि जन्म के वक्त लड़का होने की बात कहने वाली नर्सो ने झुठ बोला कि, जन्म प्रमाण पत्र में झुठ लिखा कि टीकाकरण कागज में झुठ लिखा इन तीनों बातों में लड़का होने की पुष्टी की गई किन्तु 4 दिन आईसीयू में रखने के बाद जब बच्चे को लेने गये तो वो लड़का लड़की में बदल गया....? और ये कमाल डा. वर्मा एण्ड कम्पनी के अलावा कोई नही कर सकता यानि जिस काम को पैदा करने वाला भगवान भी नही कर सकता वो काम डा. वर्मा एण्ड कम्पनी ने किया है।
इसको लेकर जिला अस्पताल में खुब हंगामा मचा और जिला प्रशासन के आला अधिकारी, संयुक्त कलेक्टर जमना भीडे, एसडीएम वीरसिंह चौहान, तहसीलदार सत्यनारायण दर्रो आदि जिला अस्पताल पहुचे व मामले की जांच में लग गये। वही दूसरी तरफ मां बिलखती रही परिवार चिल्लाता रहा मगर कोई उचित हल नही निकला दूसरी ओर डा. वर्मा अपनी पत्नी बच्चो परिवार के साथ पिकनिक पर चले गए।