भोपाल। खबर आ रही है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनीराम पाल का रविवार तड़के शहर की पॉश कॉलोनी कमला नगर से अपहरण कर लिया गया। गिरोह उन्हें लेकर मध्यप्रदेश के भिंड जिले में छिपा हुआ है।
आरएसएस से जुड़ा होने के कारण मामला कहीं ज्यादा संवेदनशील है एवं सीएम के निर्देश पर ग्वालियर पुलिस भिंड के चप्पे चप्पे की तलाश में जुटी हुई है।
मूलरूप से आजमगढ़ निवासी 55 वर्षीय मनीराम पाल वर्तमान में लखनऊ के बिंदौआ मोहनलालगंज में एक छात्रावास में रहने के साथ उसका कार्यभार देखते हैं। शुक्रवार शाम कमला नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित प्रशिक्षण वर्ग में भाग लेने आगरा पहुंचे। यहां देशभर से संगठन के दो सौ प्रतिनिधि आए हुए हैं। सरस्वती विद्या मंदिर के अतिथि कक्ष में वह ठहरे हुए थे। रविवार सुबह करीब साढ़े चार बजे मनीराम ई ब्लॉक की तरफ टहलने निकले, उसके बाद वापस नहीं लौटे।
दो घंटे बाद संगठन के कानपुर स्थित कार्यालय पर रमाकांत को अपहर्ताओं ने फोन कर मनीराम का अपहरण करने की सूचना दी। कानपुर से फोन आने पर शिविर में मौजूद पदाधिकारियों में खलबली मच गई। आरएसएस पदाधिकारियों ने एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे को मामले की जानकारी दी तो उन्होंने क्राइम ब्रांच के साथ कई टीमें अपहर्ताओं की तलाश में लगा दीं। दोपहर बाद तीन बजे अपहर्ताओं ने रमाकांत के मोबाइल पर दोबारा फोन कर बीस लाख फिरौती मांगी।
उनका कहना था कि अब वे नौ बजे फोन करेंगे। पैसों का इंतजाम करके रखना। अपहर्ताओं ने यह भी कहा कि वे गलती से उन्हें उठा लाए हैं, लेकिन अब खर्चा लेकर ही छोड़ेंगे। इससे संगठन के लोग दहशत में हैं। अपहर्ताओं के फोन के बाद माना जा रहा है कि वह किसी उद्योगपति का अपहरण करने आए थे लेकिन गलती से संघ पदाधिकारी को उठा ले गए।
ग्वालियर पुलिस हुई चकरघिन्नी
दोपहर में अपहर्ताओं की लोकेशन यूपी बाह के नजदीक एमपी बॉर्डर के आसपास मिली तो आगरा पुलिस ने उनकी घेराबंदी शुरू कर दी। उधर, संघ पदाधिकारियों ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को घटना की सूचना भेजी। मामला संघ से जुड़ा होने की वजह से वहां भी पूरी मशीनरी तुरंत सक्रिय हो गई। मध्य प्रदेश पुलिस ने आगरा बॉर्डर के दूसरी तरफ से घेराबंदी कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार शाम पांच बजे अपहर्ताओं की लोकेशन भिंड में थी, परंतु उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।