भोपाल। प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में शासकीय सेवकों से मारपीट के प्रतिदिन औसतन चार प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। 42 शासकीय सेवकों की कर्तव्य के दौरान हमले में मौत भी हुई है।
गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सोमवार को यह जानकारी विधानसभा में कांग्रेस सदस्य पांचीलाल मेडा के सवाल के लिखित जवाब में देते हुए बताया कि वर्ष 2008 से जनवरी 2013 की अवधि में प्रदेश में शासकीय सेवकों से मारपीट के 8243 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। इन प्रकरणों में 10 हजार 187 शासकीय सेवक शिकार हुए हैं।
42 शासकीय सेवकों की हत्या की गई है। गुप्ता ने बताया कि पिछले फरवरी से 15 जून तक की अवधि में प्रदेश में शासकीय सेवकों के साथ मारपीट के 534 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए है। इन प्रकरणों में 628 शासकीय सेवक इसके शिकार हुए है।
सबसे ज्यादा कांग्रेसियों ने किए हमले
इन प्रकरणों में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के 67, सत्तारूढ भाजपा के 60, भारतीय जनशक्ति के चार, भारतीय किसान संघ के दो, बहुजन समाज पार्टी के दो, अपना दल के चार, राष्टÑवादी कांग्रेस पार्टी के एक और समता पार्टी के दो व्यक्ति आरोपी बनाए गए हैं।