IBN7 की पड़ताल: मुख्यमंत्री की विधानसभा में बांटी जा रहीं हैं एक्सपायर्ड दवाएं

मनोज शर्मा@IBN7,भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने टीबी, कुष्ठ और मलेरिया के मुफ्त इलाज समेत तमाम बीमारियों के लिए आस्था और ममता योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि वो राज्य स्वास्थ्य सेवा के जरिए आम आदमी को छोटी-बड़ी हर बीमारी का इलाज मुहैया कराना चाहते हैं। लेकिन क्या स्वास्थ्य सेवाएं इस लक्ष्य को पूरा करने की स्थिति में हैं? जवाब के लिए IBN7 मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुदनी पहुंचा। यहां के स्वास्थ्य केंद्र ने बीमार स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी।

राजधानी भोपाल से महज 60 किलोमीटर दूर ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र-बुदनी है। यहां के 30 बिस्तर वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भगवान भरोसे इलाज हो रहा है। सरकार के दावे के मुताबिक यहां मुफ्त दवाएं बांटी जा रही हैं लेकिन जब हमने ट्रे में मौजूद दवाओं को देखना शुरू किया तो पाया कि कई दवाएं खराब हो चुकी हैं। एक्सपायर हो चुकी हैं।

दवा ARZ के रैपर पर मैन्यूफैक्चरिंग डेट फरवरी 2011 दर्ज है और एक्सपायरी डेट है जनवरी 2013। जरा सोचिए एक्सपायर हो चुकी ये दवा कोई मरीज निगले तो क्या हो? मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा की इस बीमारी ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विपक्ष ने भी सरकार पर निशाना साध दिया है लेकिन स्वास्थ्य मंत्री इससे इनकार कर रहे हैं कि बुदनी में एक्सपायर्ड दवाएं मिल रही हैं।

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह कहते हैं कि अगर बुदनी में ही एक्सपायर्ड दवा मिले तो मुख्यमंत्री को इस बात पर पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा देना चाहिए। एक्सपायर्ड दवा का सप्लायर कौन है इसपर भी जांच होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि मैं इसको सही नहीं मानता कि एक्सपायर्ड दवाएं बंट रही होंगी। क्योंकि निशुल्क दवा बांटने की योजना शुरू हुए ही अभी छह महीने हुए हैं। एक्सपायर्ड कहां से हुईं दवाएं। कहीं भ्रम की स्थिति है। ऐसा हो ही नहीं सकता। शूट किया है तो मुझे दिखाओ मैं देखना चाहता हूं।

मुख्यमंत्री के क्षेत्र के सामुदायिक विकास केंद्र में एक्सरे मशीन भी दो साल से खराब पड़ी है। हाईवे नंबर 69 पर होने की वजह से यहां सड़क हादसे के बहुत से केस आते हैं लेकिन एक्सरे मशीन और सुविधाएं न होने से आगे रेफर कर दिए जाते हैं। डॉ रजनीश कुमार कहते हैं कि एक्सरे मशीन नहीं हैं। फ्रेक्चर होता है तो एक्सरे तो जरूरी है। उसके लिए होशंगाबाद रेफर करते हैं।

राज्य सरकार की किसी भी योजना को अगर कामयाबी की कसौटी पर कसना है तो मुख्यमंत्री के विधानसभा से बेहतर कौन सा इलाका हो सकता है। ये अस्पताल है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा सीट बुदनी का। लेकिन ये अस्पताल भी जुदा नहीं है। दूसरे सरकारी अस्पतालों की तरह ये भी बस चल रहा है।
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