भोपाल। बीआरटीएस कॉरीडोर में सिर्फ लो फ्लोर बसें ही चलेंगी। ओवरलेप करने वाली मिनी बसों को बीआरटीएस से हटना ही पडेगा। ऐसे में मिनी बस चाहें तो मिनी बसों को बेच कर लो फ्लोर बस खरीद लें और कॉरीडोर में चलाएं।
यह दो टूक है कलेक्टर निशांत वरवडे की, जो गुरुवार को मिनी बस आपरेटरों के साथ चर्चारत थे। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम विशेष गढ़पाले, पुलिस अधीक्षक उत्तर भोपाल अरविन्द सक्सेना, एडीएम बसंत कुर्रे व बीएस जामोद, आरटीओ एमएल सोनी सहित मिनी बस आपरेटर मौजूद थे।
कलेक्टर ने सुझाया कि मिनी बस आपरेटर अपनी बसें बेचें और लो लो फ्लोर बसें खरीदें। इससे आय भी बढ़ेगी और बीआरटीएस पर एक जैसी बसें चल सकेंगी। इससे प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाएगी और यात्रियों को सुविधा का लाभ भी मिलेगा। अभी एक ही मार्ग पर मिनी बस और लो फ्लोर बसों के संचालन से यातायात में परेशानी आ रही है।
इनके स्थान पर इन मिनी बस आपरेटर्स को लो फ्लोर बस दिया जाना प्रस्तावित है हालांकि कलेक्टर के प्रस्ताव पर मिनी बस आपरेटर उत्साहित नहीं दिखे। बस आपरेटर गणेश बघेल ने बताया कि पांच बस बेचकर भी एक लो लोर बस नहीं आएगी। लो फ्लोर बसों के चलने से वैसे ही आपरेटर नुकसान में है।
कमेटी बनाने के निर्देश
कलेक्टर वरवड़े ने आयुक्त नगर निगम विशेष गढ़पाले और एसपी अरविंद सक्सेना सहित अन्य अधिकारियों को शामिल कर कमेटी गठित करने को कहा। यह कमेटी लो लोर बसों के संचालन और इनके इकोनॉमिक मॉडल से मिनी बस आपरेटर्स को परिचित कराएगी । संभावना बताई गई कि नई व्यवस्था के साथ मिनी बस आपरेटर्स स्वयं को अच्छी स्थिति में पाएंगे।