भोपाल। संविदा शिक्षक भर्ती के लिए व्यापम द्वारा आयोजित पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके प्रदेश भर के अभ्यर्थी जिन्हें 45 प्रतिशत के टंटे में बाहर कर दिया गया है, बुधवार को राजधानी भोपाल आकर डिग्रियों का बहिष्कार करेंगे।
सनद रहे कि शिक्षा के अधिकार कानून तक तहत बन गए एक अजीब से नियम के बेवजह पालन के कारण मध्यप्रदेश भर में हजारों ऐसे युवक जिन्होंने बीएड, डीएड के साथ साथ संविदा शिक्षक भर्ती के लिए व्यापम द्वारा आयोजित की गई पात्रता परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली है, नियुक्ति के लिए तरस रहे हैं। हालांकि केन्द्र सरकार को जब समझ आया कि गलती हुई है तो उसने बड़ी ही सफाई से इस नियम में ढील भी दे दी और राजस्थान सहित कई राज्यों की सरकारों ने इसका लाभ उठाकर भर्तियां भी कर दीं, लेकिन मध्यप्रदेश में 50 प्रतिशत की तलवार अभी भी लटकी हुई है।
इसी बेवजह नियम पालन के विरोध में बुधवार को प्रदेश भर के पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थी राजधानी पहुंच रहे हैं। वो बोर्ड आफिस पर जमा होंगे और अपनी बीएड, डीएड डिग्रियों को जलाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। आक्रोशित युवाओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने भोपालसमाचार.कॉम को बताया कि जिन डिग्रियों को हासिल करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही वो डिग्रियां अब किसी काम की नहीं है अत: हम उन्हें जलाकर एक बार फिर अशिक्षित हो जाएंगे।
आक्रोशित अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि इसके बाद भी सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानीं तो विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान हम मध्यप्रदेश की विधानसभा के बाहर जूते पॉलिस करके पूरे देश को बता देंगे कि शिवराज सरकार बेरोजगारों का कतई ध्यान नहीं रखती।