अनूपपुर। 16 एवं 17 जून को उत्तराखण्ड में हुए महाप्रलय का असर जिले में भी पड़ा है। देवभूमि में हजारों लोगों के मरने की खबर से लोग स्तब्ध और दुखी हैं तथा ईश्वर से लोगों की कुशलता के लिए प्रार्थना करते देखे जा सकते हैं।
वहीं 16 जून से वेंकटनगर से केदारनाथ धाम दर्शन के लिए गये छ: श्रद्धालुओं का अभी तक कोई अता-पता न चलने से उनके परिजन परेशान हैं और रो-रोकर उनका बुरा हाल है।
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा दिये गये सम्पर्क नंबर से उन्हे कोई जवाब नहीं मिला है और जिला प्रशासन अनूपपुर को गुरूवार तक वेंकटनगर से केदारनाथ गये छ: श्रद्धालुओं के लापता होने की कोई खबर नहीं है। मीडिया द्वारा गुरूवार को कलेक्टर नंद कुमारम को एसएमएस कर घटना की सूचना दी गई, तब कहीं जाकर प्रशासन हरकत में आया।
16 जून से हैं लापता
वेंकटनगर निवासी नीरज गुप्ता ने बतलाया कि उनके पिता रामकृष्ण केशरवानी उम्र 56 वर्ष के साथ अन्य पांच लोग चारधाम की यात्रा पर गये हुए थे। केदारनाथ धाम में भगवान शिव के दर्शन करने के पश्चात उनसे कोई सम्पर्क नहीं हो सका है और उनके मोबाईल पर फोन लगाने पर फोन निरंतर बंद है और उनसे कोई वार्ता नहीं हो पा रही।
एक परिवार के हैं चार लोग
नीरज ने बतलाया कि मेरे पिता रामकृष्ण केशरवानी उम्र 56 वर्ष के साथ मनेन्द्रगढ़ (छ.ग.) निवासी मेरी बुआ रूकमणि केशरवानी उम्र 57 वर्ष, फूफा बृजमोहन केशरवानी उम्र 65 वर्ष, बुआ सावित्री केशरवानी उम्र 50 वर्ष के साथ इनके पड़ोसी श्रीमती कमला शर्मा उम्र 60 वर्ष एवं बाबूलाल शर्मा उम्र 62 वर्ष, उक्त सभी छ: लोग 8 जून को चारधाम की यात्रा पर अनूपपुर रेलवे जंक्शन से उत्कल एक्सप्रेस के माध्यम से रवाना हुए थे।
15 जून को हुई अंतिम बात-उन्होने बतलाया कि हरिद्वार से इन लोगों ने किराये का वाहन कर केदारनाथ तक की यात्रा की। 15 जून को केदारनाथ धाम से उनके पिता रामकृष्ण केशरवानी ने इस आशय का फोन किया था कि उन्होने यहां भगवान के दर्शन कर लिये हैं और कल 16 जून को यहां से रवाना होंगे। लेकिन इसके पश्चात इनसे कोई सम्पर्क नहीं हो सका। इनके मोबाईल क्रमांक ९५८९५३५३४३, ७८६९१०२०२८ एवं ९४२४२५३३०३ पर निरंतर सम्पर्क करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन १५ जून के बाद से आज तक कोई अता-पता नहीं चल सका है।
परिवार का हुआ बुरा हाल-परिवार के सदस्यों के लापता होने एवं उत्तराखण्ड से निरंतर मरने वालों एवं लापता लोगों की संख्या में वृद्धि होने से आशंका के कारण परिजनों का बुरा हाल है। इन लोगों ने न्यूज चैनलों पर उत्तराखण्ड सरकार द्वारा जारी किये गये टेलीफोन नंबरों पर निरंतर सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वहां के एसडीएम का मोबाईल फोन निरंतर बंद बतला रहा है, जबकि अन्य नम्बरों पर कोई बात नहीं हो पा रही है। इसके कारण इन्हे अपने परिजनों की कोई खबर नहीं मिल पा रही है। इसी तरह से कोतमा क्षेत्र से दर्जनों लोगों का भी पता नहीं है ना ही उनसे कोई संपर्क हो पा रहा है।
हादसे से स्तब्ध हैं लोग
उत्तराखण्ड एवं हिमांचल प्रदेश में प्रकृति के कहर एवं प्रलय से क्षेत्र के लोग स्तब्ध एवं शोक संतप्त हैं। लोग अपने-अपने तरीके से मृतकों के परिजनों के प्रति सहानुभूति प्रदर्शित करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, तो वहीं जिन परिवारों के लोग लापता हैं, उनकी कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी कर रहे हैं।
कलेक्टर को दी गई सूचना
अनूपपुर के पत्रकारों ने जिले के लोगों के केदारनाथ धाम से गायब होने की सूचना मिलने के बाद इसकी पुष्टि करते हुए परिजनों से वार्ता की एवं उन्हे साहस प्रदान करने के साथ ही कलेक्टर नंद कुमारम को इस हादसे की जानकारी दी गई। घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन ने त्वरित सक्रियता दिखलाई और लापता लोगों के परिजनों से वार्ता कर उनसे विस्तृत ब्यौरा मांगा।