भोपाल। जी हां, वही सबसे मुस्कराकर मिलने वाले अपने पोहरी वाले भाजपा विधायक प्रहलाद भारती देखिए कितने सुकून से सो रहे हैं। यह चित्र ग्वालियर में चल रही कार्यसमिति का है। राजनाथ सिंह से लेकर आडवाणी तक सब के सब नेताओं में जोश भरने की कोशिश करते रहे, परंतु अपने प्रहलाद जी ने झपकी ले ही डाली।
अब करते भी क्या ? यहां मंच से सब के सब लगे थे तीसरी बार जीतना है, तीसरी बार जीतना है। अपने प्रहलाद जी को मालूम है पोहरी से तीसरी बार क्या, दूसरी बार भी कोई नहीं जीत पाया। इतिहास गवाह है और वो खुद को बदलने देता ही नहीं।
जब हरिबल्लभ शुक्ला और नरेन्द्र बिरथरे जैसे नेताओं के मुगालते नहीं बचे तो अपनी क्या बिसात। सोचा होगा, चलो छोड़ो दुनिया जमाने की बातें। बहुत दिनों से थकान दूर नहीं हुई है। थोड़ी झपकी ही ले लेते हैं।
लीजिए लीजिए प्रहलाद जी, सुकून से झपकी लीजिए। यदि तीसरी बार शिवराज की सरकार बनी तो फिर सक्रिय हो जाना। किसी निगम विगम में सेटिंग वेटिंग के लिए।