गैरतगंज। राकेश गौर। सरकारी दौरे के नाम पर पार्टी करने आए पीएचई के चीफ इंजीनियर को स्थानीय नेताओं और पत्रकारों ने होटल में घेर लिया और खोल डाली पीएचई की पोल। हालत यह बने कि इधर चीफ इंजीनियर सबकी बातें सुनते रहे तो उधर ईई इशारे कर करके सबको चुप कराने की कोशिश करते रहे।
रायसेन जिले की गैरतगंज तहसील में व्याप्त भीषण पेय जलसंकट का जायजा लेने के लिए गैरतगंज पहुचे पीएचई के प्रमुख अभियंता के दौरे में जिला एवं क्षेत्रीय अधिकारियों ने उन्हे समस्या बताने की बजाय प्रायोजित कार्यक्रम ही दिखाया।
पोल खुलने के डर से अधिकारियों ने प्रमुख अभियंता का गुपचुप दौरा करा डाला। वास्तविकता बताने की जगह अधिकारी अभियंता के स्वागत सत्कार में उलझे रहे। दौरे के बाद मुख्यालय पहुंचे अभियंता को जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकारों ने समस्याओं का अंबार बताया।
मप्र के पीएचई विभाग के प्रमुख अभियंता एनएस सेहरा गैरतगंज क्षेत्र में जलसंकट से उत्पन्न हुई समस्याओं को जानने के लिए दौरे पर पहुंचे। पीएचई के जिला एवं स्थानीय अधिकारियों ने प्रमुख अभियंता के इस दौरे में उन्हे सिर्फ प्रायोजित कार्यक्रम दिखाया तथा वास्तविकता नही दिखाई।
गुपचुप ढंग से हुए इस दौरा कार्यक्रम में अधिकारियों ने वाहवाही बटोरने का प्रयास किया। अधिकारियों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों तक को इस दौरा कार्यक्रम से दूर रखा। दौरे में प्रमुख अभियंता के साथ आए पीएचई के कार्यपालनयंत्री डीके जैन, एसडीओ श्री कोरी एवं उपयंत्री जेएस यादव ने केवल ग्राम सांकल और सईदपुर का ही भ्रमण कराया।
इन ग्रामों में स्थानीय अधिकारियों ने वास्तविकता को छिपाकर ऐसे स्थान दिखाऐ जिन्हे अभियंता के दौरे की खबर पर ठीक कर लिया गया था। सांकल निवासी सुमेर सिंह ठाकुर एवं भंवरलाल तथा ग्राम सईदपुर निवासी बारेलाल ,खिलान सिंह एवं रामचरण राय ने बताया कि पीएचई के अधिकारियों ने दौरे की जबरदस्त तैयारी एक सप्ताह से कर रखी थी। तथा ग्रामीणों को अभियंता से दूर रखा गया।
जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकारों ने बताई समस्याऐं
मुख्यालय गैरतगंज की एक होटल में देर शाम जब क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकारों को प्रमुख अभियंता के दौरे की जानकारी मिली तब पीएचई के स्थानीय अधिकारी प्रमुख अभियंता का स्वागत सत्कार कर रहे थे।
जनपद पंचायत गैरतगंज अध्यक्ष कृष्णा जितेन्द्र राय ,जनपद उपाध्यक्ष संजय जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने पत्रकारों के दल के साथ होटल पहुंचकर प्रमुख अभियंता से बातचीत की। जनप्रतिधियों एवं पत्रकारों ने प्रमुख अभियंता को स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही एवं व्याप्त गंभीर जलसंकट से अवगत कराया।
ईई पीएचई ने पत्रकारों को इशारा कर रहा चुप रहो
प्रमुख अभियंता को तकनीकी रूप से या पाइपों की कमी से बंद पडे हेण्डपम्पों का सुधार न होने ,चांदा निर्माण न होने,नलजल योजनाओं के बंद होने, सामग्री की आपूर्ति न होने ,मुख्यमंत्री पेयजल योजना में निर्मित पानी की टंकियों के घटिया निर्माण ,मैदानी अमले के पास वाहन व्यवस्था न होने सहित ग्राम सगौर ,रषीदपुर,पीपलपानी,बण्डोली, पाटन,पटी मानकचैक, सीहोराखुर्द,घाना, लिलगंवा , सांकल,सिलारी,भूलन,खमरियागंज, देहगांव,सगौर फार्म के अलावा तकरीबन आधा सैकडा ग्रामों में गंभीर पेयजल संकट व्याप्त होने की समस्या बताई। जब जनप्रतिनिधी और पत्रकार प्रमुख अभियंता को समस्याऐं गिना रहे थे तब पीएचई के कार्यपालन यंत्री डीके जैन जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकारों को इशारा करके चुप कराते देखे गए।
वाहवाही मे आगे रहे अधिकारी
आश्चर्य का विषय है कि जलसंकट जैसे महत्वपूर्ण मुददे पर भी पीएचई के स्थानीय अधिकारी सिर्फ अपनी गोटी बिठाते हुए नजर आए तथा प्रमुख अभियंता जैसे महत्वपूर्ण अधिकारी के दौरे में वास्तविकता बताने की बजाय सिर्फ झूठी वाहवाही ही लूटते रहे। जबकि पूरे तहसील इस समय भयंकर जलसंकट से जूझ रहा है। लोग पानी के इंतजाम के लिए कई कई किमी दूर से पानी का इंतजाम कर रहे है। परन्तु पीएचई विभाग के अलाअधिकारियों ने प्रायोजित कार्यक्रम दिखाकर तहसील में पानी की समस्या न होना प्रमुख अभियंता को दिखाकर खूब वाहवाही लूटी।