भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में हाईकोर्ट की रोक के बाद अवैध उत्खनन होने और उसे रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए प्रयास पर उपाध्यक्ष श्री माणक अग्रवाल पर हमला करने की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से त्यागपत्र देने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी की मुख्यमंत्री के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। यह अवैध उत्खनन बेल्लारी से बड़ा है। इस में तीन खदानें वे हैं जिन पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है।
सूचना प्राप्त होते ही मैंने उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी श्री माणक अग्रवाल को मौकें पर भेजा था। उन्होने वहां पाया कि सैंकड़ों की संख्या में नसरूल्लागंज रेहटी के पास कलवाना नहर पर आमाजरीफ में बड़ी संख्या में वाहन रेत का अवैध उत्खनन कर रहे है। जब उन्होंने पूछताछ की आपत्ति जताई और वाहनों को आने-जाने से रोका तो बंदूक, तलवार, रिवाल्वर लेकर ..40-45 लोगों ने बलात 100 से अधिक वाहनों को वहां से निकलवा दिया, उनके साथ झूमा-झपटी की।
श्री सिंह ने कहा कि मुझे शंका है यह वाहन मुख्यमंत्री के परिजनो के हैं। श्री सिंह ने कहा कि इसके पूर्व भी मैंने बुधनी क्षेत्र में अवैध उत्खनन होने की शिकायत पर स्वयं दौरा किया था। तब सूचना हो जाने पर वहां कर्फ्यू जैसी स्थिति हो गई थी। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि अवैध उत्खनन के मामले में और इससे जुड़े लोगों को नवंबर 2011 में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में उजागर किया था, मुख्यमंत्री को चेताया था लेकिन कहते है जिसकी दाढ़ में खून लग गया हो उसे अब किसी की चिंता नहीं। न इस प्रदेश की और न ही यहां की साढ़े सात करोड़ जनता की।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि यही नहीं जिस नर्मदा नदी के किनारे पर जन्म लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पले-बढ़े। उसकी कस्में खाई। प्रदेश की इस जीवन रेखा, नर्मदा नदी भारतीय संस्कृति में अति महत्व और पुण्य कमाने का स्थान रखने वाली इस नदी में अवैध उत्खनन के सीधे भागीदार शिवराज सिंह चैहान ही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बुधनी नहीं धार, बड़वानी, जबलपुर, नरसिंहपुर सहित जहां भी नर्मदा नदी इस प्रदेश को पवित्र कर रही है वहां अवैध उत्खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है, और इसे किसका संरक्षण मिला है यह सभी को मालूम है।
उन्होंने कहा कि नदियों के साथ खिलवाड़ करना पर्यावरण को बिगाड़ने का हश्र हमने पहले भी और हाल ही में उत्तराखंड में भीषण आपदा के रूप में देख रहे हैं। इसमें हम राजनीति तो कर रहे है पर सबक नहीं ले रहे है। आने वाली पीढ़ी को संकट में डाल रहे हैं। आज प्रदेश में खनिज संपदा का दोहन प्रदेश को स्वर्णिम बनाने के लिए बल्कि नहीं अवैध उत्खनन कर भाजपा के लोग अपने को स्वर्णिम बनाने में कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश की खनिज संपदा खतरे में है और पिछले दस साल में मुख्यमंत्री के संरक्षण में खनिज माफियाओं ने इस संपदा को लूट लिया और इसके एवज में मंुख्यमंत्री को क्या लाभ हुआ है यह प्रदेश की जनता जानती है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब मध्यप्रदेश में अवैध उत्खनन रोकना या भ्रष्टाचार के विरूद्ध बात करना अपराध हो गया है क्योंकि भाजपा सरकार के संरक्षण में ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाता है। उन पर कतिलाना हमला होता है। इसके सैकड़ों प्रमाण आई.पी.एस. नरेन्द्र प्रसाद की हत्या के बाद इस प्रदेश की जनता ने देखें है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के क्षेत्र में ही अवैध उत्खनन हो रहा हो, हाईकोर्ट की अवमानना हो रही हो, उसे रोकने का प्रयास हो तो रोकने वालों पर हमला हो शर्मनाक है। ऐसे में क्या मुख्यमंत्री को एक मिनिट भी पद पर बने रहने का अधिकार है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तत्काल त्यागपत्र देना चाहिए।