भोपाल। इन दिनों आईपीएल सट्टे का मामला पूरे देश में सुर्खियों में हैं। इसी काले कारोबार से जुड़ा एक मामला दमोह में सामने आय है। इसमें हैरानी की बात यह है कि यहां इस काले कारनामों में पूरा परिवार जुड़ा हुआ था, यहां तक कि महिलाएं भी।
दमोह शहर के एक मकान में पूरे परिवार की मिलीभगत से चलाए जा रहे सट्टा कारोबार का पिछले दिनों पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने स्पेशल सर्च वारंट लेकर बिंदन चौराहा के पास गाड़ी खाना के सामने रहने वाले असाटी परिवार के यहां छापामार कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए के सट्टा कारोबार को पकड़ा है।
शहर में सट्टा को लेकर यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आईपीएल को लेकर भी तो यहां सट्टेबाजी नहीं हो रही थी। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से मोबाइल, एलसीडी, एक लाख रुपए नगद सहित करोड़ों रुपए की सट्टा बुकिंग पर्चियां भी बरामद की है। आरोपियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। यह सभी आरोपी एक ही परिवार के सदस्य है।
शहर के बिंदन चौराहा के पास लंबे समय से एक परिवार द्वारा सट्टा खिलाने का कारोबार किया जा रहा था। सिटी कोतवाली पुलिस के एसआई रविंद्र तोमर ने मुखबिर की सूचना पर गाड़ी खाना के सामने रहने वाले कुख्यात सटोरिया जयकुमार असाटी के घर महिला पुलिस बल के साथ छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई के पहले पुलिस ने सर्च वारंट जारी करवाया था। पुलिस के अचानक पहुंचते ही यहां हड़कंप की स्थिति बन गई।
मौके पर मौजूद सट्टा के बुकी भाग निकले, लेकिन पुलिस ने मुख्य आरोपी जयकुमार असाटी और उसके परिवार की महिला शोभा असाटी, सुनीता असाटी, शिवानी असाटी सहित अनुज असाटी, नीलेश असाटी तथा सौरभ असाटी को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार यह पूरा परिवार ही सट्टा के कारोबार में लिप्त था और लंबे समय से इस कारोबार को करने में जुटा था। पुलिस ने मौके से एक एलसीडी, 14 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डायरियां, बुकिंग पर्ची के साथ बुकिंग के एक लाख रुपए बरामद किए है। सभी आरोपियों को पकड़कर उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
जिस असाटी परिवार के यहां पुलिस ने छापामार कार्रवाई की उस परिवार की सभी महिलाएं और बच्चे इस कारोबार में सीधे तौर पर लिप्त बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार इस परिवार की महिलाएं शोभा असाटी, सुनीता असाटी और युवती शिवानी असाटी एलसीडी-कंप्यूटर और 10 मोबाइलों की मदद से सट्टा की बुकिंग करती थीं।
इस कारोबार का मुख्य आरोपी जयकुमार असाटी कई सालों से इस कारोबार से जुड़ा है। सात साल पहले उसे पकड़ा गया था। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आरोपी का कहना है कि उसने छह-सात माह पहले ही यह कारोबार शुरू किया है। हालांकि उसकी बात पर इसलिए भरोसा नहीं किया जा सकता है कि कोई भी सट्टा कारोबारी इतने कम समय में अपना कारोबार करोड़ों रुपए तक नहीं ले जाया जा सकता है। इससे जाहिर है कि वह सालों से ही इस अवैध कारोबार को अपने परिवार और खासकर महिलाओं की मदद से कर रहा था।
सट्टा किंग जयकुमार असाटी के घर से एक लाख रुपए नगद कैश के साथ दो पॉलीथिनों में ढेरों सट्टा बुकिंग पर्चियां मिली हैं। इनमें से एक सट्टा पर्ची ही केवल 88 लाख रुपए की थी। इससे माना जा रहा है कि पूरा सट्टा कारोबार लाखों में न होकर करोड़ों रुपए का होगा। साथ ही ही माना जा रहा है कि जब शहर के अंदर इतने बड़े स्तर पर सट्टा खिलाया जा रहा था, तो इससे यह भी संभव है कि इस कारोबार के तार आईपीएल सट्टा से भी जुड़े हो सकते हैं। छापामार कार्रवाई के दौरान पुलिस के हाथ डायरी भी लगी है, जिसमें दर्ज नाम-पते के आधार पर सटोरियों की बड़ी गैंग पकड़ में आ सकती है। पुलिस देर रात तक सट्टा कि बुकिंग पर्चियों में दर्ज राशि को जोडऩे में लगी रही।
मौके पर मौजूद सट्टा के बुकी भाग निकले, लेकिन पुलिस ने मुख्य आरोपी जयकुमार असाटी और उसके परिवार की महिला शोभा असाटी, सुनीता असाटी, शिवानी असाटी सहित अनुज असाटी, नीलेश असाटी तथा सौरभ असाटी को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार यह पूरा परिवार ही सट्टा के कारोबार में लिप्त था और लंबे समय से इस कारोबार को करने में जुटा था। पुलिस ने मौके से एक एलसीडी, 14 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डायरियां, बुकिंग पर्ची के साथ बुकिंग के एक लाख रुपए बरामद किए है। सभी आरोपियों को पकड़कर उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
जिस असाटी परिवार के यहां पुलिस ने छापामार कार्रवाई की उस परिवार की सभी महिलाएं और बच्चे इस कारोबार में सीधे तौर पर लिप्त बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार इस परिवार की महिलाएं शोभा असाटी, सुनीता असाटी और युवती शिवानी असाटी एलसीडी-कंप्यूटर और 10 मोबाइलों की मदद से सट्टा की बुकिंग करती थीं।
इस कारोबार का मुख्य आरोपी जयकुमार असाटी कई सालों से इस कारोबार से जुड़ा है। सात साल पहले उसे पकड़ा गया था। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आरोपी का कहना है कि उसने छह-सात माह पहले ही यह कारोबार शुरू किया है। हालांकि उसकी बात पर इसलिए भरोसा नहीं किया जा सकता है कि कोई भी सट्टा कारोबारी इतने कम समय में अपना कारोबार करोड़ों रुपए तक नहीं ले जाया जा सकता है। इससे जाहिर है कि वह सालों से ही इस अवैध कारोबार को अपने परिवार और खासकर महिलाओं की मदद से कर रहा था।
सट्टा किंग जयकुमार असाटी के घर से एक लाख रुपए नगद कैश के साथ दो पॉलीथिनों में ढेरों सट्टा बुकिंग पर्चियां मिली हैं। इनमें से एक सट्टा पर्ची ही केवल 88 लाख रुपए की थी। इससे माना जा रहा है कि पूरा सट्टा कारोबार लाखों में न होकर करोड़ों रुपए का होगा। साथ ही ही माना जा रहा है कि जब शहर के अंदर इतने बड़े स्तर पर सट्टा खिलाया जा रहा था, तो इससे यह भी संभव है कि इस कारोबार के तार आईपीएल सट्टा से भी जुड़े हो सकते हैं। छापामार कार्रवाई के दौरान पुलिस के हाथ डायरी भी लगी है, जिसमें दर्ज नाम-पते के आधार पर सटोरियों की बड़ी गैंग पकड़ में आ सकती है। पुलिस देर रात तक सट्टा कि बुकिंग पर्चियों में दर्ज राशि को जोडऩे में लगी रही।