बधाई हो कम से कम इन्दौर से तो बेहतर है भोपाल का कॉरीडोर

भोपाल। भोपाल का कॉरीडोर इंदौर से बेहतर और यहां के लोगों के लिए सौगात है। यह कहना है उस प्राक्कलन समिति का, जिसने चार महीने पहले बीआरटीएस में ढेरों खामियां गिनार्इं थी। समिति ने बुधवार को एक बार फिर कॉरीडोर का जायजा लिया, लेकिन इस बार उसे कोई खामी नजर नहीं आई। जबकि चार महीने की समयावधि में कॉरीडोर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।

समिति के सदस्यों ने कॉरीडोर को लोगों के लिए सौगात बताया। बीआरटीएस कॉरीडोर के निरीक्षण से पहले सुबह 11 बजे विधानसभा भवन में प्राक्कलन समिति ने नगरीय प्रशासन और नगर निगम अफसरों की बैठक ली। इस दौरान समिति ने बीआरटीएस की फिजिकल प्रोग्रेस की जानकारी चाही, तो उन्हें 85 फीसद बताई गई, क्योंकि नगर निगम के अधिकारियों को इस पर फटकार का डर था, क्योंकि हमेशा से ही काम की सुस्त रतार पर उन्हें समिति के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। 

गौरतलब है कि 18 फरवरी की बैठक में इसी वजह से नगर निगम के अधिकारियों को फटकार लगी थी, लेकिन बुधवार को इस मसले पर कोई कुछ नहीं बोला। समिति के सदस्यों ने मिसरोद से आरआरएल तिराहे तक कॉरीडोर पर चल रहे ट्रायल रन का बस में बैठकर जायजा लिया। इस दौरान भी सदस्यों को कॉरीडोर में कोई खामी नजर नहीं आई। जबकि चार महीने पहले सदस्यों ने ढेरों बुनियादी खामियां गिनाई थीं।


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