भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और कांग्रेस के वरिष्ठ अल्पसंख्यक नेता असलम शेर खान के बीच चली आ रही तकरार समाप्त हो गई है। कभी भूरिया के खिलाफ आग उगलने वाले असलम ने रविवार को राजधानी में हुए पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक सम्मेलन में भूरिया की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े और उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखने की ख्वाहिश जाहिर की।
जवाब में भूरिया ने असलम को कद्दावर नेता बताते हुए उनकी जमकर प्रशंसा की। पूर्व मंत्री राजमणि पटेल द्वारा पिछड़ा वर्ग महासंगठन के बैनरतले आयोजित सम्मेलन में भूरिया और असलम दोनों पहुंचे। कांगे्रस के स्थानीय नेताओं की मध्यस्थता से दोनों नेता गिले-शिकवे भुलाकर गले मिले और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का संकल्प लिया।
सम्मेलन के बाद भूरिया ने असलम को अपने बंगले पर चाय पर बुलाया और चुनावी रणनीति पर चर्चा की। इससे पहले सम्मेलन के मंच से असलम ने कहा कि भूरिया भाग्यशाली नेता हैं। वे अब तक एक भी चुनाव नहीं हारे हैं। प्रदेश में आदिवासियों को 60 साल भी न्याय नहीं मिला है, यदि भूरिया मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह आदिवासियों का साथ न्याय होगा। उन्होंने कहा कि वे प्रदेशभर के अल्पसंख्यकों से गुहार लगाएंगे कि कांग्रेस को चुनाव में वोट दें। असलम ने भी यह कहा कि वे अब भूरिया के साथ लगातार प्रदेश के दौरे करेंगे।