इछावर। आगामी दस जुलाई को नगर परिषद अध्यक्ष के उपचुनाव होना है हांलाकि नाम निर्देश पत्र जमा 19 जून से होगे लेकिन दोनो ही प्रमुख राजनितिक दल भाजपा एंव कांग्रेस से प्रत्याशी तय किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इछावर नगर परिषद के अध्यक्ष का पद चूंकि पिछडा वर्ग के लिए आरक्षित है इसलिए लगभग यह तय है कि खाती बाहुल्य इछावर नगर में दोनो ही पार्टियो से खाती समाज के ही किसी नेता को प्रत्याशी बनाया जाएगा।
सशक्त उम्मीदवार की खोजबीन की जा रही है सत्तारूढ दल भाजपा पहली बार पेशोपेश में नजर आ रही है क्योकि इस चुनाव में एक तरफ राजस्व मंत्री करणसिहं वर्मा की प्रतिष्ठा दावं पर है दूसरी तरफ स्थानीय भाजपा नेताओं में बिखराव की स्थिति है नगर परिषद का यह चुनाव परिणाम तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के परिणाम को प्रभावित कर सकता है इसलिए राजस्व मंत्री जिनका विधानसभा चुनाव लडा जाना तय है किसी भी हालत में यह जंग फतेह करना चाहते है भाजपा के मैदानी कार्यकर्ताओं को भोपाल तलब किया जाकर रायशुमारी की जा रही है और जीत की संभावना वाले प्रत्याशी को टटौला जा रहा है।
सूत्रों की माने तो देवेन्द्र वर्मा(भूरा) एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी के रूप में नगर परिषद अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकते है दूसरी तरफ कांग्रेस से खाती समाज के ही वर्तमान पार्षद कृपाल सिहं वर्मा को उम्मीदवार बनाए जाने की प्रबल संभावना है क्योकि सामजिक दृष्टिकोण के अलावा कृपाल सिहं वर्मा की पत्नी और फिर वे खुद दो बार पार्षद का चुनाव जीत चुके है कृपाल सिहं वर्मा के नाम पर कांग्रेस नेताओं में लगभग आम सहमति हो चुकी है सिर्फ ऊपर से सील सिक्के लगना शेष है इछावर के राजनितिक इतिहास में यह पहला अवसर जब नगर को उपचुनाव के दौर से गुजरना पड़ रहा है