भोपाल। 25 जून को एक दिनी हड़ताल कर रहे जूडा ने हड़ताल में फेर-बदल किया है। इस दौरान ओपीडी और इमर्जेंसी तो बंद रहेंगी, लेकिन मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल भवन के बाहर टेंट लगाया जाएगा।
जूडा अध्यक्ष डॉ.आदर्श वाजपेयी का कहना है कि मंगलवार को हम ओपीडी और इमर्जेंसी में सेवाएं न देकर मानदेय न बढ़ाने की दिशा में सरकार की उदासीनता का विरोध करेंगे, लेकिन उन्होंने विश्वास दिलाया है कि हमारी इस हड़ताल से मरीजों को दिक्कत न हो।
उन्होंने बताया कि ठीक ऐसा ही विरोध जबलपुर और रीवा में जूनियर डॉक्टर कर रहे हैं। वहीं जूडा के मीडिया प्रभारी डॉ.अंकित जैन ने बताया कि रविवार को उत्तरखंड में बाढ़ प्रभावितों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चार डॉक्टरों की टीम गांधी मेडिकल कॉलेज से रवाना किए गए हैं, जिससे डॉक्टरों में कमी हो गई है और दर्जनों डॉक्टर पहले से ही छुट्टी पर हैं। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि अस्पताल के भवन के पास कही टेंट लगाकर ओपीडी के मरीजों का इलाज करेंगे।
एक दिन का मानदेय देगा प्रदेश भर के जूडा
जूडा अध्यक्ष डॉ.आदर्श वाजपेयी ने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर ने निर्णय लिया है कि एक दिनी हड़ताल के बाद सभी जूनियर डॉक्टर बाढ़ प्रभावितों की सहायता के लिए अपना एक दिन का मानदेय दान करेंगे। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश भर से दान इकट्ठा कर मुख्यमंत्री राहत कोष को दे दिया जाएगा तो कि प्रभावितों को आर्थिक मदद मिल सके।