राकेश दुबे@प्रतिदिन। यह अपील भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सर्वोच्च न्यायलय के न्यायमूर्तियों, सांसदों, राष्ट्रीय स्वयमसेवक संघ और राजनीतिक दल के महाप्रभुओं से है। कोयले घोटाले की कालिख में लिपटे नवीन जिंदल के काले हाथों से भारतीय ध्वज तिरंगे की रक्षा करें। केन्द्रीय जाँच ब्यूरो उन भवनों से कोयले घोटाले के काले दस्तावेज़ जब्त कर चुका है। जिन पर नवीन जिंदल ने राष्ट्र ध्वज फहरा रखा है।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय से यह अपील खास तौर पर और इसलिए की जा रही है। जिंदल समूह यह सब न्यायलय के आदेश से कर रहा था। देश के साथ कोई भी घोटाला देशद्रोह है और उसे तिरंगे के नीचे या उसकी आड़ में करना घोर अपराध है। जिस तिरंगे के खातिर शहीदों ने फंसी के फंदे को चूमा था, उसका यह अपमान भारत के आम नागरिकों को बर्दाश्त नहीं है।
देश और उसके प्रतीकों की पवित्रता की रक्षा हम सबका धर्म है। भारत के तिरंगे की रक्षा यदि अभी नहीं कर सके, तो हमारे पूर्वज तो हमे कोसेंगे ही, तिरंगे को हाथ में लेकर सीमा पर जाने वाले जवान भी लज्जित होंगे। रोकिये, कृपाकर कोई तो रोकिये।