राजेश शुक्ला/अनूपपुर/राजेन्द्रग्राम। पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के जल संसाधन विभाग द्वारा लगभग 70 लाख रूपयें लागत से नहर का निर्माण कराया जा रहा है नहर निर्माण में हुये बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की कलई उस दौरान खुल गई जब प्री मानसून की पहली बारिश में यह नहर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और इसका निर्माण उपयंत्री सुरेश चन्द्र शर्मा का सगा रिश्तेदार इसे बनवा रहा था।
कहावत यहां पर सटीक बैठती है कि जब साईया भय कोतवाल तो डर काहे का जब उपयंत्री ही इसके मुखिया है तो भला कौन क्या बिगाड़ सकता है । वहीं ग्रामीणों ने कहा कि हर्राटोला नहर निर्माण में हुये भ्रष्टाचार की जांच ठीक ढंग से कराई जायें तो इसकी सारी हकीकत सामने आ जायेगी।
जल संसाधन विभाग क्रमांक 01 पुष्पराजगढ़ कार्यालय से ठीक 4 किलो मीटर दूर हर्राटोला बांध में नहर मरम्मत का कार्य बतौर टेण्डर करवाया जा रहा था जिस कार्य को एक बहु चर्चित उपयंत्री का रिश्तेदार इस कार्य को करा रहा है। जिस कार्य स्थल एवं सभी गुणवत्ता युक्त अनुसार कार्य कराने एवं निरीक्षण करने की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग एवं उपसंभाग कं्र. ०१ पुष्पराजगढ़ के उपयंत्री सुरेश चन्द्र शर्मा जो शासकीय कार्य में सदैव चर्चा के विषय एवं उपेक्षीय क्रिया कलापों के लिये मशहूर है जबावदेही सौंपी गयी थी किन्तु हर्राटोला बांध नहर के निर्माण में जो गुणवत्ता विहीन घटिया सामाग्री के निर्माण के कारण नहर पहली ही बरसात में बह गयी। ऐसी स्थिति में अब किसानों को समय से खेतो में पानी उपलब्ध हो पायेगा, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। जगह-जगह से बह गई नहर पर विभाग के अधिकारी जो सफाई प्रस्तुत कर रहें क्या उससे जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई हो पायेगी जहां पर पहले पुलिया बनायें जाना था वहां पर नहीं बनाया गया। और अब पुलिस बनायें जानें की बात हो रही है। कुल मिलाकर पुलिया का पैसा हजम करने के चक्कर में नहर बह गई।
रिश्तेदार निकला ठेकेदार
बताया जाता है कि टेण्डर भरने के समय प्रपत्रों में उल्लेखन होता है कि निविदा डालने वाला व्यक्ति के सगे भाई, भतीजे या चाचा मामा आदि उपरोक्त निविदा प्राप्त संबंधित कार्यालय में किसी प्रकार के नौकरी आदि नहीं करते है यह निविदा प्रपत्र के भरा जाता है लेकिन ठेकेदार विवेक दुबे ने यह नहीं बताया कि मेरे सगे भाई अरूण कुमार दुबे उपयंत्री जल संसाधन विभाग उपसंभाग कं्र. ०१ राजेन्द्रग्राम अनुविभागीय कार्यालय राजेन्द्रग्राम के पास पदस्थ है और बेनीबारी सेक्टर अनुविभागीय कार्यालय राजेन्द्रग्राम के मातहन्त कार्य कर रहें है, दबाव के सहयोग से हर्राटोला बांध नहर निर्माण का कार्य जल संसाधन विभाग उप संभाग राजेन्द्रग्राम के द्वारा उच्च स्तरीय कार्यालय से बुलाई गई निविदा का टेण्डर ऐन केन प्रकोरण प्राप्त कर लिया वहीं उपयंत्री अरूण कुमार दुबे बेनीबारी के सहयोग सिफारिश दबाव के चलते हर्राटोला बांध नहर मरम्मत कार्य प्रारंभ कर दिया जो पहली बरसात फुहारे मे बनते-बनते ही बह गयी।
समझ लेना छोटा भाई है
हर्राटोला बांध नगर निर्माण का कार्य प्राारंभ होने के पूर्व ही तब कलई खुलने लगी जब एक बहुचर्चित उपयंत्री का फोन मिडिया कर्मियों के फोन में आया की भाई साहब थोड़ा देख लेगें हर्राटोला बांध नहर का कार्य अपना छोटा भाई कर रहा है वहीं औचिक निरीक्षण की जिम्मेदारी निभाने वाले उपयंत्री सुरेश शर्मा को भी यही फोन का बताया गया कि देखते रहना १९-२० चला लेना जिसके कारण उपयंत्री का मुंह बंद हो गया और ठेकेदार अपने मनमानी करने लगा। टेक्रिकल फाल्ट के कारण नहर टूट गयी।
की गई शिकायत
मामले की शिकायत क्षेत्रीय जनता द्वारा सांसद श्रीमती राजेश नंदनी सिह से की गई शिकायत पर सांसद श्रीमती सिंह ने संबंधित विभाग के आला अधिकारियों को फटकार लगाते हुये कहा है कि आदिवासी क्षेत्र में शासन के पैसों का मिल बांटकर बंदरबांट न किया जाकर कार्यो को सही रूप से गुणवक्ता पूर्ण कार्य किया जायें अन्यथा कोई भी हो बक्शा नहीं जायेगा।
इनका कहना है
नहर के नीचे पाईप डालना था लेकिन नहीं डाल पाया होगा इस कारण से नहर टूट गयी।
अमरीष श्रीवास्तव
एसडीओ जल संसाधन, राजेन्द्रग्राम
जहां पर भी नहर बह गई है वहां पर फिर से ठेकेदार से काम कराया जायेगा हमारा ठेकेदार रिश्तेदार नहीं है, पुलिया न बन पाने के कारण नहर टुट गई अभी कार्य कराना बाकी है।
सुरेश चन्द्र शर्मा,
उपयंत्री मुल्याकंन प्रभारी
जल संसाधन विभाग, पुष्पराजगढ़