भोपाल। देश के चार सूबों में सौ से अधिक लोगों से 23 लाख रपए से अधिक की ठगी करने वाले शातिर व्यक्ति को सायबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में उसकी महिला मित्र की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। दिलचस्प बात यह है कि ठग को फरियादी महिला ने उसकी आवाज से पहचाना और उसे पुलिस ने इशारा मिलते ही दबोच लिया।
सायबर थाने से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी कोलकाता में बैठकर ठगी का नेटवर्क ऑपरेट करता था। उसे तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि धोखाध़डी के इस कारोबार में उसकी मदद एक युवती करती थी। उसकी तलाश में पुलिस टीम कोलकाता जा रही है।
ऑनलाइन ट्यूटरिंग का देता था झांसा
आरोपी लोगों को अपना नाम सुयश उर्फ सौरेश उर्फ राहुल बताता था। उसने फर्जी नाम पते से कई वेबसाइट बना रखी हैं। वह अखबारों में ऑनलाइन ट्यूटरिंग से पैसा कमाने का इश्तेहार देता था। जिसमें वह अपनी वेबसाइट व फोन नंबर देता था। जरूरतमंद लोग झांसे में आकर उससे संपर्क करते थे, तब वह अपने खाते में रपए जमा कराने को कहता था। इसके बाद रपए लौटाने से मुकर जाता था।
महंगी पड़ी भोपाल की महिला से ठगी
विज्ञापन देखने के बाद शहर की फरियाल युसुफ जई ने फरवरी में ट्यूटरिंग के लिए संबंधित मोबाइल नंबर पर संपर्ककिया। फोन पर संपर्क होने के बाद आरोपी ने जई को ऑनलाइन टेस्ट में शामिल होने को कहा। कथित टेस्ट देने के बाद ठग ने फोन पर मुबारक बाद देते हुए टेस्ट में पास होने की जानकारी दी। इतना ही नहीं मेल पर एक विदेशी विश्वविद्यालय की सर्टिफिकेट भी भेजा। इसके बाद उसने जई से कहा कि अब आपकी काउंसलिंग होगी। इसके बाद आप देश-विदेश में छात्रों को ट्यूशन प़़ढाने के लिए अधिकृत हो जाएंगे। इस दौरान आरोपी ने जई से अलग-अलग समय में 12 हजार 500 रुपए बतौर फीस जमा करा लिए थे। रुपए जमा कराने के बाद उसने जई से संपर्क करना बंद कर दिया। ठगी का अहसास होने पर जई ने जब रपए वापस मांगे तो उसने धमकाते हुए रुपए वापस करने से साफ मना कर दिया। जई ने मामले की शिकायत मार्च-13 में सायबर थाने में कर दी। साथ ही प्रमाण के तौर पर मेल पर आए तमाम दस्तावेजों के प्रिंट आउट भी दिए। साथ ही बताया कि एक बार उसने फोन पर अपना दफ्तर कोलकाता में साल्ट लेक के पास होना बताया था।
समझौते के लिए आया और फंस गया
ऑनलाइन ठगी के इस मामले में फरियादी सुश्री जई की आरोपी से फोन पर कई बार बात हुई थी। लिहाजा वह सिर्फ उसकी आवाज ही पहचानती थीं। जालसाज को जब पता चला कि उसकी शिकायत सायबर सेल में हो चुकी है, तो उसने पहले जई का धमकाने की कोशिश की। इसके बाद समझौते की बात कही। इस पर जई ने कहा कि वह भोपाल आकर उसके रपए वापस कर दे, तो वह शिकायत वापस ले लेंगी। सुश्री जई ने आरोपी से हुई बात का ब्यौरा सायबर सेल को दिया। सुश्री जई और आरोपी एक दूसरे को पहचानते नहीं थे। लिहाजा बात मिलने की और आमने-सामने होने पर फोन लगाने की हुई। इधर पुलिस अपना जाल फैला चुकी थी। आवाज पहचानते ही जैसे ही इशारा हुआ पुलिस ने इंटरनेशल ठग को दबोच लिया।
पूछताछ में आरोपी ने अभी तक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, कोलकाता में 111 लोगों से 23 लाख रुपए से अधिक की ठमी करना कबूल किया है।