15 साल तक दोनों बहनों को बंधक बनाकर किया जाता रहा बलात्कार

भोपाल। मध्यप्रदेश के श्योपुर में 15 साल पहले रहस्यमयी हालात में लापता हुईं दो बहनों की घर वापसी उनके, गुमशुदा होने से भी ज्यादा सनसनीखेज साबित हुई है। सभी उन्हें देखकर हैरान इसलिए है क्योंकि घर से लापता होने के वक्त वे नाबालिग और अविवाहित थीं, लेकिन अब बच्चों के साथ वापस लौटी हैं।

इतना ही नहीं, दोनों ने चार लोगों के खिलाफ उन्हें अगवा कर बेचने का आरोप लगाया है. साथ ही 15 वर्षों के दौरान मिली प्रताड़ना को भी पुलिस के सामने बयां किया है। दोनों बहनें थी आस-पास, मिली 15 साल बादश्योपुर शहर के केशवपुर के जगदीश राव की दोनों बेटियों को साल भर के अंतराल में अगवा कर राजस्थान के नागौर जिले में बेच दिया गया था।

इनका आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले सज्जन सिंह ने पहले 30 सितम्बर को बड़ी बहन को और 20 अगस्त 2000 को छोटी बहन को बहला फुसला कर ले गए।

बड़ी बहन को सज्जन सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजस्थान के नागौर जिले के असावरी गांव में शिवजी जाट के यहां एक लाख रुपए में बेच दिया था।

जबकि छोटी बहन का भी सौदा नागौर जिले के ही घरड़ी गांव निवासी कब्बू जाट के यहां एक लाख रुपए में ही तय किया गया था. यौन शोषण के अलावा शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना का शिकार हुईं बड़ी बहन ने इस दौरान तीन बच्चों और छोटी बहन ने चार बच्चों को जन्म दिया।

ज्यादतियों के इस दौर में इन दोनों बहनों के आंसू पोछने वाला भी कोई नहीं था. इनका आपस में भी कोई संपर्क नहीं था और ना ही इन्हें यह संज्ञान था कि दूसरी बहन भी उन्हीं की तरह नरक में धकेल दी गईं है।

अचानक छह माह पहले ये दोनों एक मजदूर महिला के सहयोग से मिली. दरअसल दोनों का गांव पास-पास होने के चलते मजदूर महिला से दोनों अपना दुख दर्द करती थीं।

उक्त महिला ने दोनों को एक दूसरे की कहानी सुनाई तो दोनों उसके सहयोग से पहले मिली और फिर एक दिन मौका देखकर दोनों बच्चों समेत श्योपुर अपने पिता के घर आ गईं।

इनके पिता जगदीश राव का कहना है कि बेटियों के गायब होने पर उसने पुलिस में रिपोर्ट भी लिखाई थी लेकिन पुलिस ने उनकी बेटियों को तलाश करने में कोई गंभीरता नहीं दिखाई. जबकि उनकी तलाश में वह थक कर निराश व कंगाल हो चुके थे।

अब इन पीड़िताओं का पिता दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की गुहार लगा रहा है और पुलिस है कि मामले की बारीकी से पड़ताल की बात कर रही है।

श्योपुर के आला पुलिस अधिकारी इस बात की पड़ताल में लगे हैं कि लड़कियों के बेचने में किसी अपने का हाथ तो नहीं है. इसके अलावा पुलिस इस कहानी के कई अन्य पहलुओं को भी सुलझाने की बात कर रही है।

साथ ही इस एंगल से भी जांच में लगी है कि इस इलाके से गायब हुईं दर्जनों बच्चियां कहीं राजस्थान के उसी क्षेत्र में तो नहीं पहुंचा दी जहां से यह दोनों बहने 15 साल बाद भागकर अपने घर लौटीं हैं।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!