भोपाल। केरल में रविवार को मानसून की दस्तक के बाद मध्यप्रदेश में तय तिथि 13 जून को मॉनसून की आमद दर्ज होने की संभावना है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि गतिविधियां सामान्य रहीं, तो तय तिथि 13 जून तक मध्यप्रदेश में मानसून की आमद हो सकती है।
अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण आसमान में कहीं-कहीं बादल छाए हुए हैं, लेकिन अधिकतम तापमान में कोई खास कमी नहीं हुई है।
मौसम विशेषज्ञ के अनुसार जून माह शुरू होते ही दिन का अधिकतम तापमान कम होता जाता है तथा 10 जून के आसपास अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है और न्यूनतम तापमान औसतन 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, जो माह के अंत तक 25 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचता है।
दस वष्रो का आंकड़ा देखें तो भोपाल में जून माह में सबसे अधिक वर्षा 22 जून 2011 में 296.0 मिलीमीटर दर्ज की गई थी और सबसे कम वर्षा 28 जून 2007 को 34.7 मिलीमीटर दर्ज हुई थी। जून माह के अधिकतम तापमान पर यदि नजर डालें तो 10 जून 1979 और 5 जून 1995 को अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और सबसे न्यूनतम तापमान 6 जून 1957 को 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम केंद्र का कहना है कि प्रदेश में चक्रवात बने रहने के कारण सागर, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग में कुछ बारिश हुई है, जबकि शुक्रवार तक भोपाल में मानसून पूर्व बारिश का अनुमान है।