रहली। हजरत बादल बाबा की दरगाह पर प्रख्यात राम कथा वाचक हिंदु संत राजेश्वरानंद सरस्वती(राजेश रामायणी) ने चादर चढाते हुये आयोजित उर्स का उद्घाटन फीता काटकर कियां।
ठीक 11.30 पर बादल बाबा की दरगाह पहुचे राजेष्वरानंद जी ने दरगाह पर माथा टेका और कमेटी सदस्यों के साथ चादर चढाई।दरगाह खदिम इस्लाम ने राजेष्वरानंद जी महराज के सिर पर हरे रंग का साफा बांधकर सम्मान किया। इस अवसर पर उर्स का शुभारंभ करते हुये राजेष्वरानंद जी ने कहा कि आज जो षुरुआत हुई है वह देश के लिये एक मिसाल है यह बंद नही होनी चाहिये।
चाहे जिस भाषा वेश,मत पंथ से जो भी महापुरुष हुये है उन्होने एक ही बात कही है कि मानवता सबसे पहले होनी चाहिये। यही बात तुलसीदास जी ने कही है ‘‘बडे भाग मानुष तन पावा‘‘। राजेष्वरानंद जी ने कहा कि आदमी में हजार हुनर हों तो क्या आदमियत नही तो कुछ भी नही है।
