भोपाल। संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 व 3 में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों वाले बीएड/डीएड उत्तीर्ण आवेदकों को शामिल करने एवं पूर्व में दी गई छूट को निरंतर जारी रखने का निवेदन लेकर सैंकड़ों पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों ने कमिश्नर से मुलाकात की। अभ्यिर्थियों ने बताया कि केन्द्र सरकार इसके लिए राजी है, केवल राज्य सरकार को अपनी प्रक्रिया पूरी करनी है और इस समस्या का समाधान निकल आएगा।
मामला मध्यप्रदेश के योग्य बेरोजगारों की की नौकरी का है। इधर वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वर्ग-2 व 3 में लगभग 36000 पद अभी खाली भी है। जिस पर म.प्र. डीएड/बीएड संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों को पूर्व में दी गई छूट को निरंतर कर लेने की कृपा करें क्योंकि आज भी म.प्र. शासन 45 प्रतिशत अंको पर डी.एड/बी.एड. करवा रही है।
भारत का राजपत्र दिनांक 19 दिसंबर 2011 भाग-2 खण्ड तीन में उप खण्ड 3 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अधिसूचना 11 फरवरी 2011 में स्पष्ट लिखा हुआ है कि म.प्र. सरकार केन्द्र सरकार के न्यूनतम योग्यता में छूट के लिए शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उपभाग दो के 23वें भाग के अंतर्गत निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 2009 के अंर्तगत न्यूनतम योग्यता में छूट के लिये प्रावधान हैं। जिसमें राज्य सरकार और अन्य स्कूल प्रबंधन भर्ती नियमावली में संसोधन करें। ताकि उक्त अधिसूचना तथा परिषद की संसोधित अधिसूचना द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति हेतू निर्धारित न्यूनतम योग्यता में छूट का प्रावधान किया गया।
और नियमों को शिथिल किया जाये। केन्द्र सरकार ने अभी कुछ समय पहले 18 पिछड़े राज्यों के शिक्षकों की भर्ती में न्यूनतम योग्यता में शिथिलता के आदेश दिये हैं। जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ., राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार इत्यादि राज्यों को आदेश दिये गए तथा इन सभी राज्यों में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों वाले बी.एड. /डी.एड उत्तीर्ण आवेदकों को शामिल किया गया। इसी को आधार लेते हुए मोर्चा ने मध्य प्रदेश शासन से मांग की है कि उन्हें भी शामिल किया जायें।
संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण डीएड/ बीएड मोर्चा (मध्य प्रदेश) ने मध्य प्रदेश शासन से कहा कि यदि 7 दिवस के भीतर मांगों का निराकरण नहीं किया गया, तो सभी जिला मुख्यालयांे के साथ - साथ पूरे मध्य प्रदेश में डीएड/ बीएड डिग्री का वहिष्कार करने के साथ विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। तथा जल सत्याग्रह आंदोलन किया जायेगा।
रामेश्वर रजक, फिरोज खान, जयप्रकाश दुबे, दिनेश वैरागी, राजू शर्मा, लक्ष्मीप्रसाद वंशकार, राहुल जैन, महेश प्रजापति, सुनील तिवारी, गौरी शंकर अहिरवार, राकेश चैबे, संतोष लोधी, ब्रजेन्द्र कुमार लहरी, चन्द्रशेखर अहिरवार, धनीराम, हेमन्त वंशकार, दीपेन्द्र साहू, सहित प्रदेश के सैकड़ों अभ्यार्थियों ने मांग की हैं।