ग्वालियर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता असलम शेर खान ने एक बार फिर मध्यप्रदेश कांग्रेस की पोल खोल दी। उन्होंने खुलेआम कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने अभी तक राहुल गांधी के सुझाव पर अमल करना शुरू नहीं किया है।
खान आज अपने प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांधी के कहे अनुसार सभी वर्ग दलित आदिवासी कमजोर वर्ग और अल्पसंख्यकों को सिस्टम में शामिल करना होगा। उन्हें टिकट वितरण से लेकर अन्य पार्टी के कार्यों से भी जोडऩा होगा तभी कांग्रेस कुछ बेहतर करने की स्थिति में आ पाएगी।
खान ने कहा कि गांधी की बातों का असर राज्य में दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस और भाजपा के नेता भ्रष्टाचार और अपराधों में एक जैसे ही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुकाबले में सबसे साफ सुथरा चेहरा केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का सामने आ रहा है। उसके बाद कमलनाथ को भी सामने लाया जा सकता है।
क्या कर्नाटक की जीत के बाद उसी पैटर्न पर चुनाव लड़ा जाएगा के सवाल पर खान ने कहा कि मप्र की स्थिति अलग है। र्नाटक पैटर्न मध्यप्रदेश में नहीं चलेगा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस में बढ़ती गुटबाजी के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मंत्री ने कहा कि गत 24 नवंबर के बाद से समन्वय समिति की बैठक तक नहीं बुलाई गई ऐसे में सभी एकजुट कैसे हो पाएंगे।
उन्होंने कहा कि एकजुट नहीं होगें तो बिहार उत्तरप्रदेश और बंगाल जैसे राज्यों में कांग्रेस की जो स्थिति है वैसी ही मध्यप्रदेश में भी हो सकती है।