मनोज मराठे ने शिवराज सिंह चौहान को भेजा छंठवे वेतनमान का फार्मूला

भोपाल: पिछले तीन माह से मप्र में अध्यापकों और सरकार के बीच समान कार्य समान वेतन व छठवे वेतनमान के साथ अध्यापको के सेवा शर्तो को लेकर खीचतान चल रही है। जिसे लेकर अध्यापको के संगठन के पदाधिकारीयों को अनेक बार सी.एम. से उनकी आम सभाओं मे व अंत्योदय मेलो में हड़ताल समाप्ति के बाद ज्ञापन व मुलाकातें होती चली आ रही है जिसमें सीएम का मात्र एक जवाब रहता है कि ‘‘मैं शीघ्र आपको अच्छावेतन देने का आदेश जारी करवा रहा हूं’’ यहां तक कहा कि छतीसगढ़ से अच्छा करूगां।

फिर अंतिम बार खरगोन अटल ज्योति योजना समारोह के उपरांत भेंट करने गये अध्यापक मोर्चे के पदाधिकारी प्रभूराम मालवीय व अन्य साथियों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं शीघ्र आपके वेतन बढाने के आदेश जारी करने वाला हूं किन्तु अध्यापको में अभी भी भय है कि कही प्रदेश सरकार अप्रैल पेड मई में जिस तरह छठवे वेतन के नाम पर जैसा 4500 वेतन बैंड 1.62 गुणा नवीन मुल वेतन के नाम पर 72 प्रतिशत महंगाई भत्ता देकर छठवे वेतन के नाम पर फर्जी फार्मूला भेंट कर दिया जो कि कही से कही तक वर्तमान में छठवे वेतन बैंड के स्टेप में नही है।

यह अध्यापको के साथ प्रशासनिक धोखा है कि प्रशासनिक उच्च अधिकारी जो संवैधानिक पदो पर जिम्मेदारी से काम करते हुए छठवे वेतन की वेतनबैंड संवर्ग वेतन व महंगाई भत्ता क्या है जानते है ? जो देना है वह नही देकर अलग वेतनबैंड बनाकर क्या दर्शाना चाहते है यह जांच का विषय है? इस विषय पर अध्यापक मोर्चे के श्री मनोज मराठे ने म.प्र. में अध्यापक संवर्ग का वास्तविक छंठवा वेतनमान समान कार्य समान वेतन व सेवा शर्तो में इजाफा करने को लेकर एक फार्मूला तैयार कर प्रदेश मुख्यमंत्री व उनकी और से पिछले तीन माह से सकारात्मक नकारात्मक चर्चा के लिए चर्चाओं में चर्चित पी.एस. श्री मनोज श्रीवास्तवजी के एक फार्मूला तैयार कर भेजा है कि कम से कम 17 वर्षो से कोई 10-9 तो कोई 5-7 वर्षो से अपनी जिम्मेदारी बखुभी निभाने के साथ आर्थिक व मानसिक परेषानी भोग रहे है वही उनके साथ समान पद पर काम कर रहे कर्मचारी 30 से 40 हजार वेतन ले रहे है और वे स्वय अल्पवेतन। अब अल्प वेतन वालो को वास्तविक छठवे वेतन के फार्मूले पर वेतन निर्धारण तालिका तैयार कर दिया जावे जो इस प्रकार होना चाहिए -

अध्यापक संवर्ग की वेतन निर्धारण तालिका
वर्ग तीन सहायक अध्यापक वेतन बैंड 5200-20200 संवर्ग वेतन 2400 के तहत सभी भत्तो के साथ 80 प्रतिषत डी.ए. 05 प्रतिषत गृह भाड़ा व नियुक्ति दिनांक से 02 वर्षो के आधार पर एक वार्षिक वेतन वृद्धि वेटेज का लाभ जोड़कर कुल वेतन दिये जाने के साथ एवं अन्य भत्ते जो शासकीय कर्मचारीयो को देय हो, । वर्ग 2 अध्यापक को 9300-34800 सवंर्ग वेतन 3200 तहत सभी भत्तो के साथ 80 प्रतिषत डी.ए. 05 प्रतिषत गृह भाड़ा व नियुक्ति दिनांक से 02 वर्षो के आधार पर एक वार्षिक वेतन वृद्धि वेटेज का लाभ जोड़कर कुल वेतन दिये जाने के साथ एवं अन्य भत्ते जो शासकीय कर्मचारीयो को देय हो। इसी तरह वरिष्ठ अध्यापक वेतनबैंड 9300-34800 संवर्ग वेतन 3600 संवर्ग वेतन के तहत सभी भत्तो के साथ 80 प्रतिषत डी.ए. 05 प्रतिषत गृह भाड़ा व नियुक्ति दिनांक से 02 वर्षो के आधार पर एक वार्षिक वेतन वृद्धि वेटेज का लाभ जोड़कर कुल वेतन दिये जाने के साथ एवं अन्य भत्ते जो शासकीय कर्मचारीयो को देय हो। अब ये सब मुख्यमंत्री व मंत्री परिषद पर निर्भर है कि वह यह वेतनमान सभी अध्यापको व संविदा वर्ग को आज दिनांक से दे या छत्तीसगढ़ की तरह आठ साल के आधार पर दे पर दे जरूर। 

सेवा शर्त नियम 
इसी के साथ अध्यापक संवर्ग के सेवा शर्त नियम के तहत सभी षिक्षाकर्मीयों के पद पर नियुक्ति के समय से दो वर्ष के कार्यकाल पर कम से कम एक वार्षिक वेतन वृद्धि का व संविदा अध्यापक संवर्ग यह वेतन लागु होने पर उनकी संविदा पर प्रथम नियुक्ति दिनांक से प्रत्येक देा वर्षो मंे एक वार्षिक वेतन वृद्धि दि जावे।
साथ ही साथ प्रत्येक प्रषिक्षित डी.एड. बी.एड. धारी अध्यापको को एक एक अतिरिक्त वेतनवृद्धि व ग्रीन कार्ड धारी को एक एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि व नियमित कर्मचारीयांे को जिस कारण से वेतन वृद्धि देय है उन सभी आधारो पर अतिरिक्त वेतन वृद्धि के साथ-साथ सभी मेडिकल अलाउंस के साथ सभी अध्यापको को कम से कम मंे स्वेच्छिक व मैचुअल स्थानांतरण की सुविधा दी जायें । सभी अध्यापक जो कि पूर्व में षिक्षाकर्मी षिक्षक के पद पर कार्यरत थे कि नियुक्ति क्रमषः सहायक षिक्षक, उच्च श्रेणी षिक्षक व व्याख्याता के रिक्त पदो ंके विरूद्ध हुई थी । अर्थात् सरकार के पास उक्त समय नियुक्त किए गए षिक्षाकर्मियों के लिए रिक्त पदों का बजट पूर्व से स्वीकृत था जिन पर इनकी नियुक्ति हुई है । इस आधार पर कम से कम 2005 से पूर्व नियुक्त सभी अध्यापक संवर्ग का संविलियन आसान और न्यायसंगत है । क्योंकि शासन ने नियमित षिक्षकों के पद 2005 में समाप्त किए थे । अतः 2005 के पूर्व नियुक्त सभी षिक्षाकर्मी षिक्षक एवं संविदा षिक्षकों का नियुक्ति दिनांक षिक्षा विभाग में संविलियन के साथ नियमित पेंषन एवं ग्रेच्युटी दी जाना न्यायसंगत है ।                                          

पदोन्नति नियम 
छतीसगढ सरकार के अनुसार वरिष्ठ अध्यापको को हाईस्कुल प्राचार्य के पदो पर पदोन्नत व अध्यापको को प्रधानपाठको के पदो पर पदोन्नत करने के भी नियम के आदेष जारी करें। अध्यापको की नियुक्ति दिनांक से दिये जाने वाले लाभ को एक मुस्त एरियर के रूप मंे दिया जावंे ताकि वे अपने परिवार के लिए अषियाना बनाने के लिए महंगाई के जमाने में भूखण्ड (प्लाॅट) खरीद सके, जिस पर बढे वेतन पर बैंक ऋण लेकर मकान बना सके आज 90 प्रतिषत से अधिक अध्यापको के अल्प वेतन के कारण स्वयं के मकान नही है। कम से कम इस फार्मूले के आधार पर छत्तीगढ़ के आधार पर सरकार ने तत्काल जुलाई से अगस्त के आदेष जारी कर दे। सरकार यदि बजट की बात करती है तो ध्यान रहे जब मध्यप्रदेष में हमारी नियुक्ति हुई थी तब सरकार ओवर ड्राफ्ट थी और वर्तमान मंे सरकार ने सभी वित्तिय रेकार्ड तोड़कर एक लाख हजार करोड़ का बजट पेष किया है और हमारी आर्थिक विकास दर भी आज तक के रेकार्ड मे पिछले वित्तिय वर्षो से उचि है अर्थात बजट की कोई कमी नही है। और इसी बीच यदि माननीय मुुख्यमंत्री जी छत्तीसगढ से कुछ अच्छा ही देना चाहते है तो आज दिनांक तक नियुक्त और कार्यरत सभी अध्यापक संवर्ग, संविदा षिक्षक व गुरूजीयों को समान कार्य समान वेतन के साथ आज दिनांक से सभी की सेवा षिक्षा विभाग में लेकर सभी का संविलियन कर दे न रहेगा बास न बजेगी बासुरी।

आपका
मनोज मराठे
म0प्र0 अध्यापक संयुक्त मोर्चा
मोबाइल नंबर 9826699484


भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!