भोपाल। शिवराज प्रशासन के प्रबंधकों ने शायद सोचा भी नहीं होगा, परंतु संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर बहुत गंभीर हैं और 20 मई से शुरू होने जा रही हड़ताल को लम्बा खींचने की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
पूरे प्रदेश में मेन टू मेन वर्किंग चल रही है। एक दूसरे को कसमें दिलाई जा रहीं हैं कि जब तक नियमितीकरण के आदेश जारी ना हो जाएं, हड़ताल खत्म नहीं करना है। चाहे फिर सरकार सेवाएं समाप्त ही क्यों ना कर दे। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सर पर कफन बांधकर निकलने के वचन दोहरा रहे हैं। गांव गांव तक संदेश भेजे जा रहे हैं और एकता को और ज्यादा मजबूत करने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
इसके अलावा हड़ताल की तैयारियों के दौरान भी हर छोटी बड़ी बातों का ध्यान रखा जा रहा है। हड़ताली संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वो निम्न बातों का ध्यान रखें।
- हड़ताल का स्थल कोई छायादार स्थान /बगीचा या /हाल हो जहाँ पीने के पानी की व्यवस्था हो।
- छोटे बच्चो वाली महिला कर्मचारी को हड़ताल के दौरान घर रहने को कहें क्योंकि गर्मी बहुत अधिक है।
- कुछ दवाइयां/ ORS इत्यादि भी हड़ताल स्थल पर रखें।
- ज्यादा टेंट माइक पर व्यय ना करें ..
- हड़ताल शांतिपूर्वक हो तथा मीडिया कवरेज बहुत हो जिसकी प्रति फेसबुक पर डालें।
- अपने अपने जिलों से मुख्यमंत्री जी को भी प्रेस न्यूज़ की प्रतियां भेजें।
शीर्ष स्तर पर तय किया गया है कि यह हड़ताल इस बार बहुत नियोजित होना चाहिए. पहले दिन सभी जिलों में सारे कर्मचारी और आशा कार्यकर्ता धरना देवें और जरुरी हो तो रैली भी निकाल सकते हैं।
यदि गर्मी न हो तो ...दूसरे दिन से 2—3 ब्लाक बारी बारी से हड़ताल पर बुलाते रहे जो ब्लाक का नं. नहीं आये वो घर पर ही रहे काम पर ना जाए इससे हड़ताल में निरंतरता बनी रहेगी और कर्मचारी भी गर्मी में ज्यादा परेशान नहीं होंगे।