भोपाल। मध्यप्रदेश शासन एवं पटवारी संघ के बीच करीब साढ़े तीन घंटे चली वार्ता अंतत: बिफल हो गई और संघ ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया। इसी के साथ प्रदेश के सभी जिलों में पटवारियों ने सरकारी रिकार्ड तहसीलदारों वापस कर दिया।
मध्यप्रदेश पटवारी संघ द्वारा 20 मई से हड़ताल की घोषणा की गई थी। हड़ताल के पहले दिन आज शिवराज प्रशासन की ओर से प्रतिनिधि मंडल को बातचीत के लिए बुलाया गया था। सीएम की ओर से पीएस मनोज श्रीवास्तव एवं हरिशंकर राव व राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव वार्ता के दौरान उपस्थित थे जबकि मध्यप्रदेश पटवारी संघ की के प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश कार्यसमिति के 20 पदाधिकारी मौजूद थे।
मीटिंग की शुरूआत दोपहर करीब 1 बजे से शुरू हुई जो लगातार 3:30 बजे तक चलती रही। इस लम्बी मीटिंग के दौरान सीएम की ओर से अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आपकी पांच मांगों को स्वीकार किया जा रहा है आप हड़ताल समाप्त कर दें। पटवारी संघ की ओर से यही आश्वासन लिखित में मांग लिया गया, परंतु शासन ने लिखित आश्वासन देने से इंकार कर दिया।
इसी के साथ वार्ता बिफल हो गई एवं पटवारी संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया। इस हड़ताल के दौरान पटवारियों ने अपने पास मौजूद तमाम रिकार्ड तहसीलदारों को वापस सौंप दिए। हड़ताल जिलास्तर पर अंतिम निर्णय तक जारी रखने की घोषणा की गई है।