धार। छुट्टियां मनाने परिवार के साथ पुणे जा रहे इंदौर के पुस्तक व्यवसायी, उनकी पत्नी व दो बेटों की सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह हुआ।
व्यवसायी की कार को रफ्तार में आए आलू से भरे ट्रक ने पीछे से जोरदार टक्कर मारी और करीब 30 फीट तक घसीटता ले गया। इससे कार में आग लग गई और पूरा परिवार कार में ही जदा जल गया।
धामनोद पुलिस के अनुसार हादसा गणेश घाट पर शनिवार सुबह 10.30 बजे के करीब हुआ। इंदौर से पुणे की ओर जा रहे ट्रक एचआर-38-एम 8085 ने गणेश घाट पर ढाल में संतुलन खोया। पहले आगे चल रहे मिनी ट्रक [एमपी 09 जीएफ 3050] को टक्कर मारी तो वह मार्ग के दूसरी ओर उतर गया। फिर भी ट्रक चालक रफ्तार पर नियंत्रण नहीं कर सका और आगे चल रही पुस्तक व्यवसायी दिलीप पिता सुरेशचंद्र अग्रवाल की कार [एमपी 09 सीबी 8087] को भी चपेट में ले लिया। करीब 30 फीट तक ट्रक कार को घसीटता ले गया और उसमें आग लग गई।
कार में ही फंसी रहीं चार जिंदगियां
टक्कर होते हीकार का पिछला हिस्सा ट्रक के अगले हिस्से में फंस गया था। कार में फुल टैंक पेट्रोल भरा था। रगड़ से निकली चिंगारी में पूरी कार आग की लपटों से घिर गई। कार में व्यवसायी दिलीप [42] पिता सुरेश अग्रवाल, पत्नी रश्मी [38], बेटा मयंक [20] और तनय [16] अंदर ही फंसे रहे और आग में घिर जाने से दम तोड़ दिया। इसके बाद भी ट्रक चालक नहीं रका और जलता हुआ ट्रक लेकर 3 किलोमीटर दूर जाकर सड़क किनारे पलटी खिलाकर भाग निकला।
पॉवर विंडो के कारण बाहर नहीं निकल पाया परिवार
घटना के प्रत्यक्षदर्शी हेमंत पाल ने बताया कि जिस ट्रक ने टक्कर मारी वे उसी के पीछे चल रहे थे। ढलान होने से गणेश घाट पर कार चालक ने ब्रेकर देख गाड़ी धीमी की थी तभी ट्रक ने मिनी ट्रक को टक्कर मारी फिर कार को चपेट में लेकर दूर तक ले गया। पाल ने बताया हादसे में कार के गेट लॉक हो गए थे। अंदर सवार परिवार ने हाईवे के पेट्रोल पंप से 2350 रुपए का पेट्रोल डलवाकर गाड़ी फुल टैंक करवाई थी। आग लगते ही पूरी कार लपटों में घिर गई थी। कोई पास तक नहीं जा सका। फायर ब्रिगेड और पुलिस के आने तक सब कुछ खत्म हो गया था।
खजूरी बाजार में छाया शोक
पुस्तक व्यवसायी दिलीप अग्रवाल की मौत का पता चलते ही इंदिरा नगर स्थित उनके निवास पर भारी संख्या में समाजजन व परिचित इकट्ठा हो गए। वृद्ध माता-पिता को हादसे की जानकारी दी तो वे बदहवास हो गए। खजूरी बाजार में भी खबर पहुंची तो शोक की लहर फैल गई। परिजन ने बताया दिलीप अग्रवाल का खजूरी बाजार में सुरेश ब्रदर्स के नाम से प्रतिष्ठान है। वे एक बड़े व्यवसायी के रूप में जाने जाते थे। परिवार में एक भाई राजू अग्रवाल और वृद्ध पिता सुरेशचंद्र [72] व मां सुशीला देवी [68] हैं।