भोपाल(उपदेश अवस्थी)। अपने राज्य के बड़े नेताओं की सुरक्षा में बिफल रही रमन सिंह सरकार के बर्खास्त किए जाने की संभावनाएं बढ़ गईं हैं। कांग्रेस की ओर से इस तरह के संकेत स्पष्ट दिखाई देने लगे हैं। नईदिल्ली में आज कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी का बयान इस दिशा में महत्वपूर्ण टर्न दिखाई दे रहा है।
सनद रहे कि नईदिल्ली में कांग्रेस के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने आज कहा कि कि हाल में हुए नक्सली हमले ने साबित कर दिया कि प्रदेश की रमन सिंह सरकार की नीयत में खोट था। उन्होंने कहा कि रमन सिंह सरकार को बने रहने का कोई हक नहीं है।
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता भक्त चरणदास ने भी कहा कि हमारे सवाल पूछने के एक दिन बाद भी न तो छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से कोई जवाब आया है और न ही बीजेपी की तरफ से। कांग्रेस ने कहा कि इस घटना को लेकर कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने भर से राज्य सरकार की जिम्मेदारी पूरी नहीं हो जाती। अगर राज्य सरकार इस घटना के लिए खुफिया विभाग की नाकामी को जिम्मेदार मानती है तो देखना होगा कि इस कोताही के लिए कौन जिम्मेदार है और इसका जवाब भी राज्य सरकार को ही देना होगा।
इसके अलावा कांग्रेस ने इस घटना को साजिश करार देते हुए कहा कि यह देखना भी अहम होगा कि इस पूरे मामले में फायदा किसे हो रहा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि अपने-अपने हितों और फायदों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार और तथाकथित नक्सली मिलकर काम कर रहे हैं।
भोपालसमाचार.कॉम की राजनैतिक डेस्क का मानना है कि यह कांग्रेस की ओर से स्पष्ट संकेत है कि वो रमन सिंह सरकार को बर्खास्त करने की प्रक्रिया पर काम कर रही है और निकट भविष्य में यह सबको स्पष्ट रूप से दिखाई दे जाएगा।
हम यहां याद दिला दें कि कांग्रेस हाईकमान किसी भी मसले पर तत्काल निर्णय नहीं लेते, वो सब्जेक्ट को समय दे रहे हैं और कड़ी कार्रवाई से भी नहीं चूक रहे हैं। इस हमले में कांग्रेस ने एक तरह से पूरा का पूरा छत्तीसगढ़ ही खो दिया है, अब वहां कांग्रेस का नेतृत्व करने लायक कोई नाम नहीं बचा। मध्यप्रदेश के राजनैतिक पंडितों का मानना है कि दण्ड तो अजीत जोगी को भी भुगतना ही होगा, परंतु यह कब होगा, भविष्य पर बताएगा।