उमरिया। गत मंगलवार को जिला मुख्यालय के समीप स्थित जवाहर कालोनी में हुई सात वर्षीय मासूम की मौत के मामले में पुलिस महानिरीक्षक शहडोल रेंज ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस काँफ्रेंस में बताया कि मृतक की मौत बलात्कार के विरोध का परिणाम हो सकती है।
आरोपियों की सघनता से तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक सिर में गहरी चोट लगने से ब्रेन हैमरेज होने से मासूम की मौत हुई है।
25 हजार ईनाम घोषित
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि आरोपी की सूचना देने वाले मुखबिर को 25 हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा। साथ ही सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गोपनीय रहेगा। पत्रकारवार्ता के दौरान आईजी ने बताया कि घटना स्थल के आसपास के लोगों का आवश्यक सहयोग न मिलने से आरोपी तक पहुंचने में विलंब हो रहा है।
काम आया कोरे कागज पर हस्ताक्षर
इस पूरे मामले की विवेचना कर रही पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदेहास्पद रही है। घटना वाले दिन आक्रोश में जाम लगाए बैठे लोगों की मांग थी कि मृतका के पिता से जिस कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए हैं, उसे वापस किया जाए, साथ ही शव का दोबारा पीएम कराया जाए। पुलिस प्रशासन ने रातोंरात मामले में फेर बदल करते हुए हस्ताक्षरयुक्त कागज को पिता की सहमति पत्र बनाकर मृतका के शव को उसके गृह ग्राम पहुंचवा दिया। जहां बुधवार की सुबह उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
संगठनों ने किया विरोध
7 वर्षीय मासूम की मौत के मामले में पुलिसिया रवैए से विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने असंतोष जताते हुए निष्पक्ष कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। जिला कांग्रेस कमेटी के निगरानी समिति के अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है, वहीं बजरंगदल के जिला संयोजक ने अपने सैकड़ों साथियों के साथ कोतवाली पहुंचकर मामले के पुन: जांच कराए जाने की मांग की है।