सीहोर। बुधवार को नसरुल्लागंज तहसील कार्यालय में बीएलओ की प्रशिक्षण बैठक में तहसीलदार अनिल जैन और प्रशिक्षण लेने आए 212 बीएलओ का विवाद हो गया। इस विवाद में सभी बीएलओ प्रशिक्षण कक्ष से उठकर बाहर चले गए। उन्होंने प्रशिक्षण का बहिष्कार कर दिया और जमकर नारेबाजी की। बाद में उन्होंने एसडीएम को आवेदन सौंपा और फिर दोपहर तीन बजे एसडीएम ने दूसरे स्थान पर बीएलओ को प्रशिक्षण दिया।
जानकारी के अनुसार एक मई से पंद्रह मई के बीच मतदाता सूची का कार्य होना है। इस कार्य के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी में तैनात किया गया है। इस कार्य के प्रशिक्षण के लिए बुधवार को तहसील कार्यालय में प्रशिक्षण बैठक बुलाई गई थी यहां पटवारी कक्ष में प्रशिक्षण होना था। इस कक्ष में बैठने की जगह पर्याप्त नहीं थी और पानी तथा पंखे की व्यवस्था न होने पर बेठक के दौरान बीएलओ भड़क उठे।
उन्होंने व्यवस्थओं को लेकर तहसीलदार अनिल जैन से सवाल जबाव कर लिए। इसी बात से खफा तहसीलदार अनिल जैन ने हिदायत देते हुए बीएलओ को खामोश रहकर प्रशिक्षण लेने की बात कही। तहसीलदार के इस व्यवहार से सभी 212 बीएलओ उखड़ गए। उन्होंने प्रशिक्षण का बहिष्कार करते हुए तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी की।
इसके बाद उन्होंने एसडीएम एमएल विजयवर्गीय को तहसीलदार के इस व्यवहार के लिए आवेदन दिया। एसडीएम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए बीएलओ को समझाईश दी और फिर उत्कृष्ट विद्यालय में उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की। तीन घंटे के बाद सभी बीएलओ ने प्रशिक्षण लिया।
इनका कहना है
तहसीलदार अनिल जैन ने सभी बीएलओ के साथ अभद्रता की है। चूंकि पटवारी कक्ष में बैठने की व्यवस्था नहीं थी इसके लिए उनसे बोला गया था। जिस पर वे नाराज हो गए। इस तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हरीशंकर तंवर, कर्मचारी नेता
बीएलओ ने आवेदन दिया है मैं आवेदन की जांच कर रहा हूं, जांच के बाद कुछ कहां जा सकेगा।
एमएल विजयवर्गीय, एसडीएम नसरुल्लागंज