भोपाल (उपदेश अवस्थी)। छत्तीसगढ़ में नक्सली 2007 से लगातार शक्तिशाली और दुस्साहसी होते चले जा रहे हैं। 17 जुलाई 2007 को करीब 800 नक्सलियों ने 25 लोगों की हत्या कर दी थी और यह तब तक का सबसे बड़ा नक्सली हमला था।
इस हमले के बाद उनके हौंसले और ज्यादा बढ़ते चले गए परंतु ये हमले या तो सरकारी कर्मचारियों पर हुए या सरकारी कार्यालयों पर इसलिए शायद नेताओं ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया, परंतु आज हुआ नक्सली हमला, केवल नेताओं पर नहीं, लेकिन सीधे पूरी कांग्रेस पर किया गया है।
यह हमला कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर उस समय किया गया जब पूर्व सीएम अजीत जोगी वहां से निकले ही थे।
अब डालते हैं इससे पहले हुए नक्सली हमलों पर एक नजर:-
- 12 मई, 2013: सुकमा में दूरदर्शन केंद्र पर हमला। चार जवान शहीद।
- -अक्टूबर, 2011: बस्तर में छह सुरक्षाकर्मियों की हत्या।
- -जुलाई, 2011: दंतेवाड़ा में 10 पुलिसकर्मियों की हत्या।
- -अगस्त, 2011: नक्सली हमले में 11 पुलिसकर्मी मारे गए।
- 6 अप्रैल, 2010: माओवादियों ने 73 सीआरपीएफ जवानों की हत्या कर दी।
- 17 मई, 2010: नक्सली धमाके में 14 विशेष पुलिस अधिकारी समेत 35 लोग मारे गए।
- -जुलाई, 2009: राजनंदगांव में 28 सुरक्षाकर्मियों की सुरंग विस्फोट कराकर हत्या।
- -26 सितंबर, 2009: भाजपा सांसद बलिराम कश्यप की जगदलपुर में हत्या।
- -17 जुलाई, 2007: करीब 800 हथियारबंद नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में हमला किया। 25 मरे, 32 घायल हुए और 250 लोग लापता हो गए।