भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति के गलियारे में आज की सर्वाधिक चर्चित खबर है 'कांग्रेस की वो सर्वे रिपोर्ट जिसे दैनिक भास्कर ने प्रकाशित किया।' आज दिनभर इस खबर को लेकर चर्चाएं होतीं रहीं और एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम प्रोजेक्ट करने की मांग ने जोर पकड़ लिया।
भास्कर में छपी इस खबर के अनुसार कांग्रेस के 43 फीसदी कार्यकर्ता चाहते हैं कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया जाए। 35 फीसदी पार्टी कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह या उनकी पसंद के व्यक्ति को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। पार्टी के एक बड़े नेता ने कहा कि इस सर्वे का अर्थ है कि यदि सिंधिया प्रदेश की राजनीति में नहीं आए तो अगला मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पसंद का होगा।
यह आंकड़ा पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओं के बीच कराए एक सर्वे में सामने आया है। यह सर्वे एक निजी एजेंसी ने कांग्रेस के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के कार्यकर्ताओं के बीच हाल ही में कराया है। पार्टी अब जीतने वाले उम्मीदवारों के चयन से लेकर भाजपा के संभावित उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी सर्वे करा रही है।
विधानसभा चुनाव अब आठ महीने दूर हैं। मैदान में उतरने से पहले कांग्रेस अपनी तैयारियों में लगी हुई है। पार्टी के नेता दबी जुबान में स्वीकार कर रहे हैं कि इस समय कुछ निजी एजेंसियों से सर्वे कराने के साथ बड़े नेता भी जनता और कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने में लगे हुए हैं, लेकिन इन सर्वे को लेकर पार्टी दफ्तर में कोई हलचल नजर नहीं आती, क्योंकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ, प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह सहित अन्य बड़े नेताओं के निजी कार्यालयों से इन सर्वे का संचालन हो रहा है।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि इस समय मप्र में कांग्रेस तीन बड़े सर्वे करा रही है। हर विधानसभा स्तर पर यह जानकारी जुटाई जा रही है कि यहां से भाजपा का उम्मीदवार कौन हो सकता है। भाजपा ने चालीस फीसदी से अधिक विधायकों के टिकट काटने के संकेत दिए हैं, ऐसे में कांग्रेस के लिए अपने उम्मीदवार तय करने के लिए यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है।
पार्टी जीतने की क्षमता वाले उम्मीदवारों की पैनल तैयार करने के लिए भी एक सर्वे करा रही है। इसके अलावा प्रदेश और स्थानीय स्तर पर चुनावी मुद्दों की तलाश के लिए एक अलग सर्वे हो रहा है। वहीं कुछ संभावित उम्मीदवार अपने स्तर पर अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वे करा रहे हैं।
इस खबर के प्रकाशित होते ही कांग्रेसियों का होली का खुमार एक झटके में उतर गया। जहां एक ओर सिंधिया विरोधी एक्टिव हो गए वहीं सिंधिया समर्थकों ने बची हुई गुलाल उड़ा डाली। सिंधिया एक बार फिर तेजी से चर्चा में हैं और इस खबर के बाद एक बार फिर उन्हें सीएम प्रोजेक्ट करने की मांग जोर पकड़ रही है। देखना रोचक होगा कि अब कांतिलाल भूरिया क्या स्टेप लेते हैं।