भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री युवा स्वरोगार योजना की प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा बताते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान वाकई में युवाओं के हितैषी हैं तो वे डेढ़ अरब रूपए उन युवाओं के वापस करें जो उनसे व्यापम ने परीक्षा शुल्क के नाम से वसूले है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि आज प्रदेश में बीस लाख से अधिक बेरोजगार युवाओं की चिंता मुख्यमंत्री को चुनावी साल में क्यों हुई। उन्होंने कहा कि स्वयं के उद्योग-व्यवसाय शुरू कराने वाले मुख्यमंत्री पहले ये बताएं कि अगर स्वरोजगार शुरू करने वाले युवक अपने व्यवसाय में असफल होता है तो उसके कर्ज चुकाने की जिम्मेदारी सरकार लेगी।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के हर वर्ग के समान युवाओं को भी सब्जबाग दिखा रहे मुख्यमंत्री बताएं कि उन्होंने खेती को लाभ का धंधा बनाने की घोषणा की थी संकल्प लिया था तब फिर क्यों 17 हजार किसानों ने उनके प्रदेश में आत्महत्या कर ली।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि ऐसा ही सब्जबाग भाजपा सरकार युवाओं को दिखा रहा हैं। युवाओं की हितैषी बनने वाली इस सरकार ने स्वयं 20 लाख में से मात्र 4 हजार लोगों को नौकरी दी। पिछले तीन साल में 15 लाख 50 हजार से अधिक बेरोजगारो ने रोजगार कार्यालय में रजिस्टर्ड हुए हैं इनमे से महज 3 हजार लोगो को ही रोजगार मिला हैं जो बताता है कि शिवराज सिंह चौहान को कितनी चिंता युवाओं की हैं। अब अपना पल्ला झाड़कर मुख्यमंत्री युवाओं को स्वरोजगार का सपना दिखा रही है।
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को वाकई में युवाओं की चिंता है तो उन्हें व्यापम द्वारा बेरोजगारों से परीक्षा के नाम से वसूले ड़ेढ़ अरब रूपए लौटाना चाहिए जिसे नौकरी भी नहीं मिली और उसके पास के पैसे से सरकार ने अपना खजाना भर लिया। खुद सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया कि वर्ष 2011 में 22 लाख 13 हजार 335 बेरोजगारों से 67 करोंड़ 83 लाख 19 हजार 600 रुपये सरकार ने वसूले हैं। व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आमंत्रित आवेदकों में से जो आवेदन निरस्त हुए उन आवेदको के परीक्षा शुल्क भी सरकार ने नहीं लौटाए।
आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को परीक्षा या साक्षात्कार में शामिल होने पर यात्रा भुगतान का प्रावधान का सामन्य प्रशासन द्वारा परिपत्र जारी किया गया हैं लेकिन व्यापम ने इन वर्गो के परिक्षाथियों से न केवल पर 250 रुपये प्रति आवेदन शुल्क वसूला बल्कि उन्हें यात्रा भुगतान भी नहीं किया। युवाओं की चिंता करने वाले मुख्यमंत्री बेरोजगारों युवकों से परीक्षा शुल्क के नाम पर भारी भरकम पैसा वसूल रहें है। और उनके नाम से घडि़याली आंसू बहा रहें हैं। श्री सिंह ने कहा की यही नहीं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के युवाओं से भी परीक्षा शुल्क लिया गया और नियमानुसार उन्हें आने-जाने का यात्रा व्यय भी नहीं दिया गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि झूठ और फरेब पर टिकी भाजपा सरकार और उसके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब चाहे कितने धोखे कर ले प्रदेष का हर वर्ग उनकी इस धोखाधड़ी को जान चुका है। वह इसका जवाब 2013 के चुनाव में देने के लिए कमर कसकर बैठा है।