भोपाल। फूहड़ भाषण के कारण मंत्री पद गंवाने वाले विजय शाह के मामले में भाजपा के भीतर अब भी उथल-पुथल मची हुई है। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भी शाह जिस तरह से बयानबाजी कर रहे हैं, उसे लेकर पार्टी गंभीर हो गई है। भाजपा का एक बड़ा वर्ग खास तौर से वरिष्ठ नेता यह मानते हैं कि शाह के खिलाफ संगठन के स्तर पर भी कठोर कार्रवाई होना चाहिए।
वरिष्ठ नेताओं के बढ़ते दबाव को देख कर माना जा रहा है कि शाह को लेकर जल्द ही कोई निर्णय हो सकता है। हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और संगठन महामंत्री अरविंद मेनन दोनों ही इस मामले में मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस्तीफे के बाद भी शाह की बयानबाजी को लेकर संगठन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गंभीर हैं। संगठन स्तर पर लगातार फीडबैक लिया जा रहा है।
अनंत तक पहुंची जानकारी
पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम और बाद में हो रही बयानबाजी की जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी अनंत कुमार तक पहुंच गई है। भास्कर ने इस संबंध में अनंत कुमार का पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। समझा जा रहा है कि शाह को हिदायत दे दी गई है कि वे बयानबाजी में संयम बरतें।