सीहोर। दो आदिवासी युवकों को कोलार डेम में मछली पकडऩे का प्रयास उस समय महंगा सौदा साबित हो गया जब ठेकेदार के लोगों ने उन्हें धर दबोचा। पकडऩे जाने के बाद इनके साथ फिल्मी अंदाज में मारपीट की गई। निवस्त्र करने के साथ इनको एक दूसरे के साथ दुष्कर्म करने पर भी बाध्य किया गया। दोनों युवकों को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्राप्त जानकारी बिलकिसगंज थानान्र्तगत ग्राम फांगिया निवासी 19 वर्षीय महेश आत्मज गोपाल वारेला, 25 वर्षीय निवासी अमर सिंह आत्मज गंजी सिंह वारेला अपने दोस्त कैलाश और विक्रम के साथ बुधवार की दोपहर में करीब तीन बजे कोलार डेम पर मछली पकड़ रहे थे तब मछली का शिकार करते समय इन्हें इस बात का भान नहीं था कि ठेकेदार के लोग इनका ही शिकार कर लेंगे।
बताया जाता है कि करीब आधा दर्जन से भी अधिक लोगों के समूह ने इन्हें घेर लिया पर कैलाश और विक्रम अपनी सक्रियता के साथ भाग खड़े हुए पर महेश और अमर सिंह इनके हाथ लग गए और इन्हें पकड़कर अपने कमरे में ले गए।
सोमवार की दोपहर में जिला अस्पताल के सर्जीकल वार्ड में अपना इलाज करा रहे महेश और अमर सिंह ने मीडियाकर्मियों को बताया कि इन लोगों ने कमरे में बंद कर बेल्टों से हमारी पिटाई शुरु कर दी यही नहीं हमारे पूरे कपड़े उतार दिए, हमारे द्वारा चिल्लाए जाने पर इन्होंने कमरे में रखी टीवी और टेप की आवाज तेज कर दी ताकि आवाज बाहर ही नहीं जा सके।
अपने परिजनों तथा ग्रामीणों के साथ अस्पताल आए इन दोनों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि हमारे साथ पूरी रात पिटाई की गई यहीं नहीं हम दोनों को एक दूसरे के साथ दुष्कर्म करने पर भी बाध्य किया गया। इन लोगों ने मार मार कर हमारा हाल बेहाल कर दिया और सुबह हमें नाश्ता बनाने पर भी विवश कर दिया मरते क्या न करते की तर्ज पर हम लोग ने वह सब किया जो वो चाहते थे।
इन्होंने बताया कि जब हम लोग घर नहीं पहुंचे तो विक्रम और कैलाश सहित अन्य ग्रामीण थाने पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी पुलिस ने इन लोगों से संपर्क किया तब जाकर इन्होंने हमें छोड़ दिया साथ ही इस बात की भी धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो जान से खत्म कर देंगे।
बिलकिसगंज थाने में इस आशय की रिपोर्ट इनके द्वारा दर्ज कराई गई है जिसमें ठेकेदार के आदमी गुड्डू सहित सात अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने भादवि की धारा 342, 323, 294, 506, 34 तथा अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट के अंर्तगत प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरु कर दी है। ब्रिजिशनगर के सरपंच रामसिंह वर्मा ने अस्पताल में मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए बताया कि यह लोग डर के मारे घर पर ही थी इन्हें खून की उलटी होने लगी तो मेरी जीप में आज इन्हें जिला अस्पताल लाए है तब जाकर यह लोग बोल भी पा रहे है। पुलिस का कहना है आरोपियों की तलाश की जा रही है।