टीकमगढ़। गांव में कमिश्नर की रात्रि चौपाल में एक किसान को गांव की समस्या से अवगत कराना महंगा पड़ गया। किसान द्वारा सवाल पूछने पर जतारा एसडीएम ने किसान के साथ सरेआम मारपीट कर दी। कलेक्टर-कमिश्नर के सामने किसान की पिटाई पर प्रशासन मौन है। वहीं कांग्रेस ने एसडीएम पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
कमिश्नर आरके माथुर ने सोमवार रात जतारा के पनियाराखेरा गांव में ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने रात्रि चौपाल लगाई थी। रात करीब 10 बजे महिलाओं की ओर से खड़ी हुई एक महिला ने गांव में खराब सड़क के मामले की शिकायत की। महिला के बोलने के दौरान उसका पति लक्ष्मी प्रसाद यादव भी खड़ा होकर समस्या बताने में उसका साथ देने लगा।
लक्ष्मी यादव के अचानक बोलने पर उग्र हुए जतारा एसडीएम आरके सिंह अपने गनर के साथ वहां पहुंचे और लक्ष्मी यादव को थप्पड़ जड़ दिया। इस पर भी एसडीएम का गुस्सा शांत नहीं हुआ। वह किसान को पकड़कर स्कूल के अंदर ले गए, जहां उन्होंने किसान को और थप्पड़ रसीद कर दिए। चौपाल में अचानक ही एसडीएम द्वारा किसान को पीटे जाने पर सबका ध्यान उस ओर चला गया।
चौपाल में मौजूद लोग जैसे ही वहां पहुंचे तो किसान को भगा दिया गया। मामले को लेकर एसडीएम आरके सिंह ने अपना बचाव करते हुए कहा कि किसान शराब के नशे में था और महिलाओं के बीच में जा रहा था। जिसे रोकने पर वह अभद्रता करने लगा, जिसके चलते उसे थप्पड़ मारा गया है। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार किसान ने शराब नहीं पी थी। वहीं कमिश्नर माथुर के सामने पूरा घटना क्रम होने के बावजूद उनका कहना था कि मामले को तूल नहीं देना चाहिए।
रात्रि चौपाल में घटनाक्रम के बाद पहुंचे आदिम जाति कल्याण राज्यमंत्री हरिशंकर खटीक का कहना था कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है, मामले की जांच कराई जाएगी। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला का कहना था कि एसडीएम द्वारा पिटाई की वह निंदा करते हैं। यदि एसडीएम पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो कांग्रेस जिले भर में आंदोलन करेगी।