भोपाल। मध्यप्रदेश में सक्रिय दवा माफिया तक तो कानून के हाथ नहीं पहुंच पाए परंतु माफिया के चैनल पार्टनर को जरूर सरकार को बर्खास्त करना पड़ा। सनद रहे ये वही योगीराज हैं जो नोटों के गद्दे बनाकर धनयोग किया करते थे।
पूरा का पूरा मध्यप्रदेश आज भी उस दिन को याद करके सिहर उठता है कि मध्यप्रदेश शासन के एक अधिकारी के यहां छापा पड़ा और बिस्तर, गद्दे व तकियों से नोटों की गड्डियां निकलीं। छापामार टीम ने घर में जहां हाथ डाला, नोट ही नोट निकले गए।
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार शिरोमणी के ताज तक जा पहुंचे डॉ योगीराज शर्मा को तत्समय सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद विभागीय जांच शुरू हुई। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान शिवराज सरकार में दमदार पोजीशन पर मौजूद दवा माफिया के ऐजेंट्स ने योगीराज शर्मा को बचाने की काफी कोशिशें कीं और कुछ मामलों में माफिया सफल भी हुआ। योगीराज के खिलाफ लोकायुक्त ने सबूत नहीं जुटाए और प्रकरण दर्ज करने के बाद भी चालान पेश नहीं किया, परंतु इसके बाद शिवराज सरकार पर उठी उंगलियों से घबराई सरकार ने शर्मा को बर्खास्त करने का मन बना लिया था।
अंतत: आज आदेश जारी कर दिए गए। डॉ. योगीराज शर्मा को विभागीय जाँच में आरोपों के प्रमाणित पाये जाने के कारण मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील से संबधित नियम के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से ‘सेवा से बर्खास्त’ किया गया है।