इक दम सई जा रिये हैं राहुल बाबा....!

राकेश दुबे@प्रतिदिन। भोपालियों की आदत कमेन्ट [टिप्पणी] करने की होती है, पर रोज़ नहीं करते पर जब करते हैं तो कमाल के कमेंट्स होते हैं| राहुल गाँधी आज उधर फिक्की में बोल रहे थे, इधर पीर गेट पर चाय की दुकान पर कुछ यूँ डायलागबाज़ी {वार्तालाप का भोपाली तर्जुमा } हो रही थी|

जरा हटना खां- ये कंजूस बजाज स्कूटर क्या के रिया है? [चाय की दुकान के टीवी के सामने से दूसरे को खिसकाते हुए]

अरे खां क्या केयेगा–आज तक कभी कोई साफ बात की है, इसने|

अरे खां देखो तुम्हारी बात मान ली| बजाज स्कूटर मान रिया है कि वो किसी की तारीफ नहीं करता पर आज राहुल बाबा की कर रिया है|

सच यह है की आज राहुल गाँधी ने जो भाषण दिया वह उनके पहले के कई भाषणों से अलग था |देश और उद्योग की बीच के रिश्तों, प्रगति के नये पैमाने , रोड मेप , उद्योग जगत और भारत के गरीब मतदाता सभी पर बोले और खुल कर बोले| देश को  समझने लगे है राहुल गाँधी |राहुल गाँधी ने बार-बार पूछे जाने वाले उन दो सवालों का भी जिक्र किया कि शादी और प्रधानमंत्री की कुर्सी| उनका कहना था कि देश के सामने और भी बहुत से सवाल है, उद्योग जगत को आम  मतदाता गरीब का ध्यान रखना होगा क्योंकि सरकार वही  बनता है| समग्र विकास की और भी उनका इशारा था|

भोपाल के लोगों की खासियत है, मुद्दे की बात पकड़ते है | भाजपा भले ही आलोचना करे सारी बाते सटीक थी | अपने एक घंटे के भाषण में उन्होंने वे सारे मुद्दे रेखांकित किये जो मूल है | तभी वे दोनों दोस्त यह कहकर  विदा हो  गये “इक दम सई जा रिये हैं राहुल बाबा.......!


  • लेखक श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रख्यात स्तंभकार हैं। 
  • संपर्क  9425022703 

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