भोपाल। नगरनिगम और हाउसिंग बोर्ड के पचड़े में फंसे अयोध्या नगर में मंगलवार को दूसरे दिन भी पानी की सप्लाई नहीं की गई। इससे बौखलाए अयोध्या नगर से 25 हजार से ज्यादा रहवासियों ने आंदोलन की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। सुबह सेवेरे हुई एक गेटमीटिंग में सीएम को घेरने पर भी विचार किया गया।
गौरतलब है कि एक करार के तहत एक हाउसिंग बोर्ड ने अयोध्या नगर कालोनी को निगम के हैंडओवर कर दिया है। इस लिहाज से कॉलोनी की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम की है। करार के मुताबिक नगर निगम को एक अप्रैल से इसकी कमान संभालनी थी। इसके लिए बोर्ड ने निगम को 6 करोड़ रुपए भी दिए थे, बावजूद निगम ने तैयारी नहीं की।
पहले ही दे दी थी सूचना
बोर्ड का कहना है कि उसने इस बाबत् 15 दिन पहले सूचना भी प्रकाशित कराई थी, जबकि नगर निगम का कहना है कि कॉलोनी का हस्तांतरण पूरी प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। जब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक हाउसिंग बोर्ड सुविधाएं कैसे बंद कर सकता है।
अमानवीय कृत्य है
महापौर कृष्णा गौर का कहना है कि 25 हजार लोगों का पानी बंद कर देना एक अमानवीय कृत्य है। बोर्ड ने अनुबंध की शर्तों के मुताबिक विकास कार्य पूरे नहीं किए हैं। शर्तों के तहत अयोध्या नगर में बोर्ड को खेल मैदान, स्वीमिंगपूल, पार्क, प्रशासनिक भवन, शासकीय स्कूल, शासकीय अस्पताल, सिनेमा घर आदि के लिए जमीन आरक्षित कर बोर्ड लगाने हैं, जो नहीं किया गया है।
हाउसिंग बोर्ड आफिस का घेराव होगा
पानी सप्लाई बंद करने के विरोध में अयोध्या नगर रहवासी हाउसिंग बोर्ड दफ्तर का घेराव करेंगे। अयोध्या नगर हिंदू उत्सव समिति के संयोजक सतीश विश्वकर्मा ने यह जानकारी दी।