भोपाल। मध्यप्रदेश शासन की हालत इतनी खस्ता हो गई है कि महज 2000 रुपए प्रतिमाह की पगार भी वितरित नहीं की जा रही है। नीमच जिले के जावद तहसील के कोटवारों को पिछले दो महीने से वेतन नहीं दिया गया है। उनका वेतन महज 2000 रुपए महीने है।
सनद रहे कि कोटवारों पर काम का अच्छा खासा बोझ रहता है। वो पुलिस का इन्फार्मर तो होता ही है, इसके अलावा उससे कई तरह के ऐसे काम भी करवाए जाते हैं जो उनकी सेवाशर्तों में नहीं आते। बावजूद इसके उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा। नीचम जिले के जावद तहसील से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक मेल प्राप्त हुआ हुआ है। हम उसे यथावत प्रकाशित कर रहे हैं। आप भी पढ़िए क्या है कोटवारों की पीड़ा।
माननीय महोदय
नीमच जिले की जावद तहसील में कार्यरत् कोटवारों को विगत 02 माह से वेतन नहीं मिला । नाम मात्र वेतन 2000 दो हजार प्रति माह पाने वाले से कई कार्य चुनाव , कार्यालय में कार्य, थाने में कार्य गांव में सूचना देना अधिकारियों के बंगले पर कार्य करवाना इत्यादि कई कार्य करवाये जाते । किंतु जब शासन की बारी वेतन देने की आती है तो अधिकारी कहते है कि बजट नहीं है ।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन है कि क्या हमें बांधकर मारने का कार्य शासन कर रही है यदि नही तो जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही कर कोटवारों को तत्काल भुगतान करवाने का कष्ट करें।
समस्त कोटवार
तहसील जावद जिला नीमच