भोपाल। यदि नहीं तो वनविहार जाइए। यहां बाज के वंश का एक शिकरा चूजा लाया गया है। इस चूजे को उड़ान भरने की स्थिति में आने तक वन विहार में रखा जाएगा। फिलहाल चूजा बहुत छोटा है। शिकरा एक छोटा शिकारी पक्षी है, जो बाज की एक प्रजाति है। यह एशिया तथा अफ्रीका में काफी संख्या में पाया जाता है।
यह पक्षी देखने में पपीहे जैसा दिखता है। वन विहार सहायक संचालक डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि क्रमिक विकास के दौरान, शिकारियों से बचने के लिए इसके रूप की नकल पपीहे ने की है। शिकरा तकरीबन 26 से 30 से.मी. लम्बा होता है। अपनी प्रजाति के अन्य सदस्यों की तरह शिकरे के छोटे, गोलाकार पंख होते हैं और पतली, लंबी पूंछ होती है।
वयस्क पेट की तरफ सफेदी लिए हुए होते हैं और उसमें कत्थई रंग की पड़ी लकीरें होती हैं जो सफेदी छुपाकर पेट को लालिमा प्रदान कर देती हैं। निचले पेट में कत्थई धारियां कम हो जाती हैं और निचला पेट सफेद है। मादा नर से थोड़ी बड़ी होती हैं।