भोपाल। प्रधानमंत्री पद के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को राजग का उम्मीदवार घोषित करने के मुद्दे पर भाजपा और जदयू में बढ़ते तनाव के बीच पार्टी में लालकृष्ण आडवाणी के नाम को लेकर सुगबुगाहटें तेज हो गई हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर आडवाणी राग छेड़ दिया है।
अगले लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के लिए जहां पार्टी का एक वर्ग मोदी का नाम बार बार जप रहा है, वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने आडवाणी को इस पद के लिए सबसे उचित नेता बताया है।
इस साल मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में तीसरी बार भाजपा की सरकार बन जाने की स्थिति में मोदी के लिए चुनौती के तौर पर देखे जा रहे शिवराज ने कहा कि आडवाणी भाजपा के सबसे बड़े कद के नेता हैं।
उन्होंने सीएनएन-आईबीएन से बातचीत में कहा, ‘यह हमारी पार्टी के लिए बड़ी बात है कि कई प्रतिभाशाली नेता हैं। हमारे लिए निसंदेह आडवाणी सबसे बड़े नेता हैं। इस देश में सभी यह बात जानते हैं।’ जब तक अपने बयानों से भाजपा नेतृत्व को मुश्किल में डालने वाले सिन्हा ने भी आडवाणी की वकालत की।
उन्होंने कहा, ‘आडवाणी सबसे वरिष्ठ और सबसे सम्मानित नेता हैं। अगर वह पार्टी और सरकार का नेतृत्व करने के लिए उपलब्ध हैं तो सभी अटकलों को विराम देना चाहिए।’’ सिन्हा ने इससे पहले कहा था कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी सर्वश्रेष्ठ हैं।
पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने कहा, ‘आडवाणीजी भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता हैं। कोई उनके कद पर सवाल नहीं खड़ा कर सकता।’ लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने भी आडवाणी के नाम को खारिज नहीं किया। उन्होंने बस इतना कहा, ‘जब भी मुझे लगेगा मैं अपनी पार्टी को बताऊंगी।’