अध्यापक मोर्चा: पाटीदार को बेदखली का नोटिस, नई रूपरेखा पर चर्चा प्रारंभ

भोपाल। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के प्रांताध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार द्वारा संविलियन के मामले में सीएम के सीएस से मुलाकात के बाद फैलाई गई भ्रामक जानकारी जिसका खंडन सीएस की ओर से दूसरे दिन किया गया, के बाद आम अध्यापक प्रकोष्ठ ने पाटीदार को बेदखल करने नोटिस जारी किया है। साथ ही नए आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा का आमंत्रण भी है।

भोपालसमाचार.कॉम को भेजे एक खुलेखत में आम अध्यापक प्रकोष्ठ के अनिल नेमा ने जो कुछ लिखा है हम उसे यथावत प्रकाशित कर रहे हैं ताकि सार्वजनिक हो और अध्यापक वर्ग के हित में चर्चा की जा सके। आप भी पढ़िए क्या कुछ लिखा है इस खुले खत में:-

पाटीदार जी हड़ताल के समापन के 1 माह के बाद भी ‘‘संविलयन’’ व ‘‘समान कार्य-समान वेतन’’ तो दूर की बात आप हड़ताल अवधि के वेतन का आदेश तक नहीं करा पाये, हड़ताल के चलते अल्प वेतनभोगी अध्यापक का 10 से 12 हजार रूपये तक का वेतन काट लिया गया।

कुछ हो रहा है .........वार्ता सकरात्मक है ....अगली तारीख ये है ......अच्छा होगा।

आप प्रदेशाध्यक्ष होते हुये भी 1 माह से प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात नही कर पाये क्यों ?
आपने सिर्फ मुख्य सचिव के सामने संविलियन का प्रस्ताव रखा। और आपने प्रचारित किया कि संविलयन 15 दिनों में हो जायेगा,केबिनेट में प्रस्ताव जा रहा है। इस बात का खंडन दूसरे दिन मुख्य सचिव ने दैनिक भास्कर के माध्यम से किया, उन्होने कहा कि अध्यापक संघ ने सिर्फ संविलयन की मांग रखी है और यह मांग मैने मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है, संविलयन का कोई आश्वासन अध्यापक संघ को नहीं दिया है।

दूसरी तरफ दुबे गुट आंदोलन को तोड़ने का प्रयास कर रहा है कभी ये संविदा शिक्षकों की वरिष्ठता की झूठी बात करते है तो कभी संविदा  शिक्षकों के प्रमोशन का मुद्दा छेड़ते है।
निश्चित रूप से पाटीदार जी के नेतृत्व में अध्यापक संघ ने कई लड़ाई में विजयश्री प्राप्त की है, हमें पाटीदार जी की योग्यता में संदेह नही है। परंतु अब लगता है की राजनैतिक महत्वकांक्षा के चलते वे अपने ‘प्रदेशाध्यक्ष’ के पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे है।

ऐसी स्थिति में नेताओं से परे आम अध्यापक की जरूरत है जो चुनाव के पहले अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलयन करा सके।

एक बार हमें फिर एकजुट होकर लड़ाई का बिगुल बजाना है यदि राज्य अध्यापक संघ एक सप्ताह के अंदर पुनः आंदोलन का आरंभ नहीं करता है तो आम अध्यापक प्रकोष्ठ का आगामी कार्यक्रम अध्यापको की राय के बाद निम्नानुसार होगा ।

(1).11 अप्रैल 2013 गुड़ी पडवा विक्रम नया वर्ष के शुभारंभ पर प्रत्येक विकास खंड के अध्यापक अपने अपने ग्राम के हनुमान मंदिर की साफ सफाई के साथ हनुमान चालीसा के पठन पाठन के द्वारा आंदोलन का श्री गणेश किया जायेगा करें।

(2) 12 अप्रैल 2013 को विकासखंड के अध्यापक अपने-अपने क्षेत्र के विधायक को अध्यापकों की समस्या से अवगत कराकर मुख्यमंत्री विधायक और आम अध्यापक बैठक का समय लेंगे ।

(3).14 अप्रैल 2013 को संविधान निर्माता डा.अंबेडकर की जंयती के अवसर पर मौलिक अधिकार ‘‘समान कार्य -समान वेतन’’ के लिये विकास खंड के समस्त अध्यापक राष्ट्रपति के नाम पत्र प्रेषित करेंगे।

(4).14 अप्रैल को जिला स्तर पर अध्यापक एक दिन का अवका’ा लेकर धरना कार्यक्रम आयोजित करेंगे।एवं कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगे।

(5).19 अप्रैल 2013 राम नवमी के अवसर पर प्रदेश के समस्त अध्यापक अपने अपने क्षेत्र के विधायक के साथ भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री महोदय से विधायकों की उपस्थिति में मुलाकात करेंगे।
हमारा प्रयास है कि कम से कम प्रदेश के 20 विधायकों को अपने पक्ष में लेकर 19 अप्रैल रामनवमी के दिन मुख्यमंत्री से मुलाकात करें ।

आम अध्यापको का यह संभावित कार्यक्रम है .............सभी अध्यापक अपनी अपनी राय दें एवं अपने अपने क्षेत्र के विधायकों से मुलाकात कर प्रदेश स्तर पर एक साथ एक ही दिन मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिये विधायकों को प्रेरित करें और उन्हे इस बात का आश्वासन दें कि अगर आप हमारे साथ भोपाल चलते है और हमारी समस्याओं का समाधान करवाते है तो हम भी आपके साथ है और चुनाव में

अपनी राय अवश्य दे सभी के सहयोग से सफलता प्राप्त होगी।

अनिल नेमा

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