भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री डा. गोविंद सिंह ने प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर प्रदेश के समाचार पत्रों में ‘मध्यप्रदेश है देश का अब सबसे तेजी से बढ़ता प्रदेश’ के विज्ञापन प्रकाशित कराकर झूठे आंकड़ों के आधार पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है.
डा.सिंह ने प्रदेश सरकार के इस दावे का जोरदार खंडन किया है कि विकास के मामले में मध्यप्रदेश सरकार नंबर-1 पर है. उन्होने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद के मामले में मध्यप्रदेश देश में 6वें स्थान पर है. उन्होंने इस संबंध में किसी भी मंच पर प्रदेश के मुख्यमंत्री से बहस करने की चुनौती भी दी है.
डा. सिंह ने भारत सरकार के योजना आयोग की सचिव सिंधु खुल्लर द्वारा प्रदेश के मुख्य सचिव को लिखा पत्र प्रेस को जारी करते हुए वास्तविक आंकड़े उजागर किए हैं.
डा. सिंह ने कहा कि योजना आयोग का यह पत्र राज्य सरकार को जहां एक ओर आइना दिखा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार के उन तमाम दावों की पोल भी खोल रहा है. उक्त पत्र प्रदेश के पिछड़ेपन को उजागर कर रहा है. उन्होने कहा कि इस पत्र में साफ कहा गया है कि प्रति व्यक्ति आय के मामले में प्रदेश का देश में 23वां स्थान है. जहां एक ओर राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय 43624 रुपये है वहीं मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 27850 रुपए पर ही स्थिर है.