ब्यावरा। 16 मार्च को ओलों की भयंकर बरसात में नेवली, नेवज, खंडिया, अमरगढ़ सहित कई गांवों में भारी तबाही हुई है। इससे किसानों के खेतों में खाने का अनाज तक नहीं निकलेगा, लेकिन शुक्रवार को जिला प्रभारी मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने इन गांवों की ओर मुड़कर भी नहीं देखा। जबकि ग्राम नेवली में मंत्री के लिए टेंट लगाकर ग्रामीण एकत्रित थे और उनका मानना था कि मंत्री के समक्ष अपनी व्यथा सुनाएंगे, किंतु उन्हें क्या पता था कि मंत्री उनसे बात किए वगैर ही निकल जाएंगे।
मंत्री एवं भाजपा नेताओं के इस व्यवहार से ग्रामीणों में आक्रोश है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रभारी मंत्री भोपाल से ब्यावरा पहुंचे और यहां के नेताओं के काफिले के साथ ग्राम नेवली, नेवज, नापानेरा के लिए निकले। मंत्री ने नापानेरा में कुछ देर रुककर किसानों से चर्चा भी की, परंतु नेवली और नेवज नहीं पहुंचे, जबकि नेवली सहित ग्राम अमरगढ़, खंडिया, नेवज के ग्रामीण मंत्री को अपनी व्यथा सुनाने के लिए नेवली के मंदिर परिसर में टेंट लगाकर उनका इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनसे मिलने कोई नेता नहीं पहुंचा।
मंत्री एवं भाजपा नेताओं के इस बर्ताव से किसानों ने आक्रोश जताया। किसानों ने कहा कि गांवों में पूरी तरह फसलें बरबाद हो चुकी हैं। मंत्री किसानों को सांत्वना देने के लिए भी नहीं रुके। जिला प्रभारी मंत्री के साथ जिला भाजपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा, विधायक पुरूषोत्तम दांगी, पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव, पूर्व जिला भाजपाध्यक्ष नारायणसिंह पंवार, मंडी अध्यक्ष मकलेश चौहान, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष जगदीश पंवार, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष मानसिंह टोंका, भाजपा नेता अखिलेश जोशी, नारायणसिंह सालरियाखेड़ी, किसान नेता जशवंत गुर्जर, राजू यादव, फूलसिंह कुशवाह, जयेंद्र गुर्जर, रूपसिंह मीणा, धर्मेंद्र चौहान, विष्णुप्रसाद मीणा, एसडीएम नीता राठौर, तहसीलदार सहित अन्य कार्यकर्ता एवं पटवारी मौजूद थे।