इंदौर। हर कदम पर राजनैतिक विरोध का सामना कर रहे उद्योग मंत्री कैलाश विजयर्गीय कम से कम एक जगह तो अपना एकछत्र राज्य स्थापित करने में कामयाब होते नजर आ रहे हैं और वो है इन्दौर संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन। वो यहां लगातार चार बार से अध्यक्ष हैं और पांचवी बार निर्वाचित होने के लिए नियमों में बदलाव की तैयारियां पूरी हो गईं हैं।
वाणिज्य व उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन (आईडीसीए) का अध्यक्ष बनाए रखने के लिए एसोसिएशन का संविधान बदलने की तैयारी हो गई है। अभी प्रावधान है कि अध्यक्ष सहित सभी नौ पदों पर यदि कोई पदाधिकारी दो बार लगातार रह चुका है तो तीसरी बार जीतने के लिए उसे दो तिहाई वोट जरूरी होते हैं।
अब प्रावधान लाया जा रहा है कि चार बार लगातार पद पर रहने के बाद पांचवीं बार में दो तिहाई वोटों की जरूरत हो। यानी जल्द होने वाले चुनाव में तीसरी बार लड़ने पर भी विजयवर्गीय को जीत के लिए सामान्य बहुमत ही लाने की जरूरत होगी। मैनेजिंग कमेटी की बैठक रविवार शाम पांच बजे जीमखाना क्लब में होगी जिसमें उक्त प्रस्ताव के अलावा चुनाव की तारीख भी तय होगी।
नए सदस्य बनाने के प्रावधान को लेकर भी संविधान में संशोधन का प्रस्ताव है। आईडीसीए भी मप्र क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) की तर्ज पर अब हर साल पांच सदस्यों को ही सदस्यता देगी। बीते दो सालों में 120 नए सदस्य बनाकर आईडीसीए की सदस्य संख्या 290 करीब करने के बाद कैलाश गुट काफी मजबूत हो गया है।
एमपीसीए सभी संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन पर लगातार दबाव बना रहा है कि वह अपना संविधान एमपीसीए के मुताबिक करे, उक्त दोनों प्रावधान एमपीसीए के मुताबिक ही हैं।
बदलाव का प्रस्ताव एजेंडे में है
क्रिकेट विकास, संविधान में बदलाव सहित कई मुद्दों पर आईडीसीए को एमपीसीए के पत्र आए हैं। संविधान को एमपीसीए के अनुसार करने के प्रस्ताव सहित सभी पत्रों को बैठक के एजेंडा में रखा गया है। फैसला सर्वसम्मति से होगा।
अमिताभ विजयवर्गीय, सचिव आईडीसीए