भोपाल। वन विभाग के एससीसीएफ एके जैन को 9 दिन के लिए पीसीसीएफ बनाने की कवायद तेज हो गई है। यही वजह है कि एसीसीएफ नरेंद्र कुमार को नौ दिन के लिए जबरिया छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह कवायद इसलिए की जा रही है ताकि 31 मार्च को रिटायर हो रहे जैन को प्रमोट कर पेंशन आदि की सुविधा में और लाभ मिल सके।
मालूम हो कि पीसीसीएफ नरेंद्र कुमार को शनिवार को ही बड़वानी डीएफओ और दो वरिष्ठ आईएफएस अफसरों के बीच विवाद की जांच का जिम्मेदारी दी गई है। वे शनिवार को अचानक अवकाश पर चले गए। सूत्रों ने बताया कि उन्हें जबरिया अवकाश पर भेजा गया है, ताकि 31 मार्च को रिटायर हो रहे एसीसीएफ जैन को प्रमोट कर 9 दिन के लिए पीसीसीएफ बनाया जा सके।
इधर, सूत्रों का कहना है कि इसके साथ ही अधिकारियों द्वारा दोनों वरिष्ठ आईएएफएस अफसरों एपीसीसीएफ एएस अहलावत और सीसीएफ केपी सिंह को बचाने के लिए लीपापोती शुरू हो गई है। ग्रीन इंडिया मिशन में आवंटित करोड़ों रुपए के फंड में अहलावत और सिंह द्वारा कमीशन की मांग का आरोप बड़वानी डीएफओ बरोनिया द्वारा लगाए जाने के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
मामले की जांच पीसीसीएफ (कार्यआयोजना) नरेन्द्र कुमार को सौंपी गई थी। सूत्रों का कहना है कि अब जांच ऐसे अधिकारी को सौंपने की कोशिश हो रही है, जिससे जांच प्रभावित की जा सके। नरेन्द्र कुमार के बाद ऐसे तीन अधिकारी है, जिनमें से किसी एक को जांच सौंपे जाने की उम्मीद है।