भोपाल। राजधानी में एक फर्जी स्कूल का फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। शारदा चैनल नाम का यह स्कूल सिर्फ कागजों में ही दिखाई देता है। इसका अपना कोई भवन नहीं है। पिछले साल भी इस फर्जी स्कूल का खुलासा हुआ था लेकिन बाद में कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज एक बार फिर इस स्कूल की पोल खुल गई है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) से संबंधित हायर सेकंडरी की परीक्षा शुक्रवार से प्रदेशभर में शुरू हो गई। इस दौरान भोपाल के भेल क्षेत्र में बनाए गए एक केंद्र पर बड़े की जगह छोटा भाई परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। वहीं, कुछ केंद्रों पर डाटा शीट में लड़के की जगह लड़की और लड़की के स्थान पर लड़कों के फोटो लगे होने की जानकारी मिली है।
स्पेशल हिंदी के पर्चे के साथ माशिमं की हायर सेकंडरी की परीक्षा भोपाल जिले के 117 और प्रदेशभर के करीब साढ़े तीन हजार केंद्रों पर शुरू हुई। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) सीएम उपाध्याय ने बताया कि भेल क्षेत्र के प्रगतिशील हायर सेकंडरी स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर शारदा चैनल हायर सेकंडरी स्कूल के परीक्षार्थी को प्रभारी छाया पाल ने पकड़ा।
यह छात्र भूपेंद्र चौधरी अपने बड़े भाई देवेंद्र चौधरी की जगह परीक्षा देता मिला। इसलिए केंद्राध्यक्ष ने इस मामले की तत्काल सूचना माशिमं के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। अधिकारियों ने मामले को पुलिस को सौंपने का निर्णय लिया।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि जिस शारदा चैनल स्कूल का विद्यार्थी फर्जी परीक्षार्थी के रूप में पकड़ाया है, वह कागजों पर चलता है। सहायक संचालक आरएस शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने परीक्षाओं के दौरान इस स्कूल को काफी तलाशा था, पर वह नहीं मिला था।
वहीं, कमला नेहरू हायर सेकंडरी टीटी नगर और नवीन कन्या हायर सेकंडरी स्कूल सहित कुछ केंद्रों पर ऐसे परीक्षार्थी भी मिले, जिनके रोल नंबर पर चस्पा फोटो का मिलान डाटा शीट से नहीं हो रहा था। इस कारण मिलान में काफी समस्या आई। इन दोनों स्कूलों में क्रमश: 3 व 2 प्रकरण ऐसे मिलने की जानकारी सूत्रों ने दी है। कमला नेहरू स्कूल में जब एक छात्रा सावित्री परीक्षा देने पहुंची तो उसकी डाटा शीट पर किसी छात्र का फोटो लगा देखकर उसके होश उड़ गए। हालांकि केंद्र प्रभारी आदि की मदद से उसे परीक्षा में बैठने दिया गया।
गौरतलब है कि इस बार माशिमं ने परीक्षा फार्म की जगह डाटा शीट भरवाई हैं, जिससे मार्कशीट में गलतियां न हों। जिन विद्यार्थियों ने फोटो को अच्छी तरह नहीं चिपकाया, उनकी डाटा शीट में इस तरह की समस्या आई। हालांकि केंद्राध्यक्षों ने अधिकतर ऐसे विद्यार्थियों को एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं, जिन्हें वे नहीं मिल सके थे और गलतियों को भी सुधार दिया था पर समय की कमी के कारण डाटा शीट में सुधार नहीं हो सका है।
पर्चा सरल और गलती भी नहीं...
इधर, रचना नगर स्थित तक्षशिला हायर सेकंडरी स्कूल के छात्रों मयूर रामटेके और दिलबाग सिंह ने बताया कि हिंदी विशिष्ट का पर्चा काफी सरल था और उसमें कोई गलती भी नहीं थी। ऐसी ही जानकारी कमला नेहरू हायर सेकंडरी स्कूल में बनाए गए केंद्र पर परीक्षा देने आई छात्रा रानी विश्वकर्मा और अनीता ठाकुर ने दी।